भारत ने ब्रिटेन को खालिस्तान समर्थक तत्वों पर चिंता से कराया अवगत, समुचित कार्रवाई की मांग

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
On

नई दिल्ली। भारत ने खालिस्तान समर्थक तत्वों द्वारा आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अपने शरणार्थी दर्जे का दुरूपयोग करने को लेकर बुधवार को ब्रिटेन को ‘‘विशेष रूप से’’ अपनी चिंताओं से अवगत कराया और चरमपंथियों की निगरानी बढ़ाने तथा समुचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पिछले महीने भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा में चूक को लेकर भारत की चिंताओं पर भी जोर दिया गया।

बयान में कहा गया कि 5वें ‘इंडिया-यूके होम अफेयर्स डायलॉग’ में ये मुद्दे उठाए गए। बैठक में दोनों पक्षों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की। इसके साथ ही उन कदमों की पहचान की गई जिन्‍हें आतंकवाद, ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थक उग्रवाद सहित भारत विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने जैसे मुद्दों पर आपसी सहयोग बढ़ाने के अवसरों तथा तालमेल के जरिए सहयोग बढ़ाने के लिए उठाया जा सकता है।

बयान के मुताबिक साइबर सुरक्षा एवं वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला, नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने, प्रवासन जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बयान में कहा गया, ‘‘भारतीय पक्ष ने विशेष रूप से खालिस्तान समर्थक तत्वों द्वारा आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अपने शरणार्थी दर्जे का दुरूपयोग करने को लेकर अपनी चिंताओं से अवगत कराया।

इसके साथ बेहतर सहयोग और ब्रिटेन स्थित खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों की निगरानी बढ़ाने तथा समुचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया।’’ बैठक के अंत में, दोनों पक्षों ने वर्तमान पारस्‍परिक साझेदारी पर संतोष जताते हुए द्विपक्षीय संबंधों को घनिष्‍ठ बनाने तथा दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को बनाए रखने पर सहमति व्‍यक्‍त की।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने किया और ब्रिटेन के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व स्थायी सचिव, गृह कार्यालय, सर मैथ्यू रीक्रॉफ्ट ने किया। पिछले महीने, लंदन में प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने खालिस्तानी झंडे लहराते हुए उच्चायोग के ऊपर फहरा रहे भारतीय तिरंगे को हटाने का प्रयास किया। अधिकारियों ने कहा था कि प्रदर्शनकारियों के प्रयासों को नाकाम कर दिया गया। यह घटना पंजाब पुलिस द्वारा पंजाब में खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के बाद हुई थी।

यह भी पढ़ें- भारत ने ब्रिटेन को खालिस्तान समर्थक तत्वों पर चिंता से कराया अवगत, समुचित कार्रवाई की मांग

संबंधित समाचार