अयोध्या: विचाराधीन बंदी की मौत, टप्पेबाजी में हुआ था गिरफ्तार 

अयोध्या: विचाराधीन बंदी की मौत, टप्पेबाजी में हुआ था गिरफ्तार 

अयोध्या, अमृत विचार। जिला कारागार में निरुद्ध एक विचाराधीन बंदी की शनिवार की देर रात मौत हो गई। एक दिन पूर्व ही नगर कोतवाली पुलिस ने उसको, भाई व भाभी के साथ बीकापुर निवासी पौधशाला संचालक से तीन लाख रूपये की ठगी के मामले में गिरफ्तार कर चालान किया था।  

बताया गया कि शनिवार की मध्य रात्रि के बाद 1.35 बजे जिला कारागार के बंदी रक्षक प्रमोद कुमार और आशीष कुमार प्रजापति एक विचाराधीन बंदी लगभग 30 वर्षीय रवि सिंह पुत्र मोहन को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जिला अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ वीरेंद्र वर्मा ने परीक्षण के बाद बंदी को मृतक घोषित कर शव को मोर्चरी में रखवा दिया और अग्रिम विधिक कार्रवाई के लिए मेमो नगर कोतवाली पुलिस को भेजवाया है। मृतक युवक चित्रकूट जनपद के कर्वी थाना क्षेत्र स्थित शिवरामपुर का निवासी था और नगर कोतवाली पुलिस ने उसे गबन और धोखाधड़ी के एक मामले में उसके भाई कालिया तथा भाभी गुड़िया के साथ रेलवे स्टेशन रोड मोर्चरी हॉउस के निकट से गिरफ्तार कर चालान किया था।  

वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्रा ने बताया कि विचाराधीन बंदी को मिर्गी की शिकायत थी।  तबियत बिगड़ने के बाद उसे देर रात उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजवाया गया,जहां डाक्टर ने उसको मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना मृतक के परिवार को दी गई है।

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