अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र की उपलब्धियां ‘नेट जीरो’ उत्सर्जन के संकल्प को मजबूत करने वाली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि देश के बिजली उत्पादन की 40 प्रतिशत क्षमता गैर-जीवाश्म ईंधन से पैदा करने का लक्ष्य भारत ने तय समय से नौ वर्ष पहले ही हासिल कर लिया है और यह सफलता 2070 तक ‘नेट ज़ीरो’ उत्सर्जन के संकल्प को मजबूत करने वाली है। ‘नेट जीरो’ का अर्थ जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए कार्बन के उत्सर्जन में तटस्थता लाना है। इसका अर्थ कार्बन के उत्सर्जन को शून्य पर पहुंचाना नहीं जिसे असंभव माना जाता है।
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राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन अपने अभिभाषण में कहा, भारत ने उस सोच को बदला है जो प्रगति और प्रकृति को परस्पर विरोधी मानती थी। उन्होंने कहा कि सरकार हरित विकास (ग्रीन ग्रोथ) पर ध्यान दे रही है और पूरे विश्व को मिशन ‘लाइफ’ से जोड़ने पर बल दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ महीने पहले मिशन ‘लाइफ’ की शुरुआत की थी। यह पर्यावरण संरक्षण से जुड़ा अभियान है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले आठ वर्ष में सौर ऊर्जा क्षमता को करीब 20 गुना बढ़ाया है और देश अक्षय ऊर्जा की क्षमता में विश्व में चौथे स्थान पर है।
राष्ट्रपति ने कहा, देश के बिजली उत्पादन की 40 प्रतिशत क्षमता गैर-जीवाश्म ईंधन से पैदा करने का लक्ष्य देश ने नौ वर्ष पहले ही हासिल कर लिया है। यह सफलता वर्ष 2070 तक नेट ज़ीरो के हमारे संकल्प को सशक्त करने वाली है। मुर्मू ने कहा कि देश में, पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य पर भी तेजी से काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल में ‘मिशन हाइड्रोजन’ को भी स्वीकृति दी है और यह हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भारत में लाखों करोड़ रुपए के निवेश को आकर्षित करने वाला है।
मुर्मू ने कहा, इसके फलस्वरूप स्वच्छ ऊर्जा और ऊर्जा सुरक्षा के लिए विदेशों पर हमारी निर्भरता कम होगी। उन्होंने कहा कि देश के शहरों से प्रदूषण कम करना भी सरकार की बड़ी प्राथमिकता है और इस दिशा में ‘इलेक्ट्रिक मोबिलिटी’ के लिए बहुत बड़े स्तर पर काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि विद्युत चालित वाहनों को तेजी से अपनाने और इनके विनिर्माण से जुड़ी ‘फेम’ योजना के तहत राजधानी दिल्ली सहित देश के अनेक शहरों में केंद्र सरकार द्वारा सात हजार से अधिक विद्युत चालित बसें सार्वजनिक परिवहन में जोड़ी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बीते आठ वर्ष में देश में मेट्रो नेटवर्क में तीन गुना से अधिक बढ़ोतरी हुई है, आज 27 शहरों में मेट्रो ट्रेन पर काम चल रहा है और इसी प्रकार देशभर में 100 से ज्यादा नए जलमार्ग भी विकसित किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि ये नए जलमार्ग देश में परिवहन क्षेत्र का कायाकल्प करने में मदद करेंगे।
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