जल जीवन मिशन: प्रमुख सचिव ने दी चेतावनी, सुधार न हुआ तो कार्यदायी संस्था होगी बर्खास्त
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चित्रकूट, अमृत विचार। बुधवार को प्रमुख सचिव नमामि गंगे ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव और जल निगम के एमडी बलकार सिंह ने जिले में जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कामों का स्थलीय निरीक्षण किया। प्रमुख सचिव ने रैपुरा परियोजना की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। चेतावनी दी कि अगर एक सप्ताह में सभी स्तरों पर सुधार नहीं हुआ तो कार्यदायी संस्था को बर्खास्त कर दिया जाएगा।
चित्रकूट में जल जीवन मिशन के तहत दिसंबर तक हर-घर नल से जल पहुंचाने की तैयारी है। जल जीवन मिशन की परियोजनाओं से 1,35,305 परिवारों को नल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। बुधवार को योजना के क्रियान्वयन का मुआयना करने पहुंचे प्रमुख सचिव नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने रैपुरा ग्राम समूह पेयजल परियोजना के साथ सिलौटा और चांदी बांगर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के पश्चात प्रमुख सचिव ने कार्यदायी संस्था के अफसरों को तलब किया।
जल निगम के एमडी डॉ. बलकार सिंह ने कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रमशक्ति बढ़ाकर रात की पाली में भी निर्माण कार्य कराएं। प्रमुख सचिव ने विभाग के इंजीनियरों और प्रशासनिक अधिकारियों को योजना की प्रगति की प्रतिदिन की समीक्षा कर उसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेजने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान चित्रकूट जिलाधिकारी अभिषेक आनंद भी साथ रहे।
सवालों के जवाब नहीं दे पाए कार्यदायी संस्था के लोग
रैपुरा ग्राम समूह पेयजल परियोजना की धीमी प्रगति पर दोनों अधिकारियों ने जमकर नाराजगी जताई। अधिकारियों के सवालों के जवाब भी नहीं दे पाए।