डीएपी की मारामारी : खाद न मिलने पर किसानों ने नारेबाजी के साथ किया प्रदर्शन

बांदा, अमृत विचार। पौ फटने से पहले ही कृषि मंडी समिति में बुआई के लिये डीएपी के जरूरतमंद किसानों लंबी कतार लगी रही, लेकिन आठ घंट के लंबे इंतजार के बाद आई एक ट्रक खाद ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुई, जिससे सर्दी के मौसम में किसानों का पारा चढ़ गया। किसानों ने मंडी …
बांदा, अमृत विचार। पौ फटने से पहले ही कृषि मंडी समिति में बुआई के लिये डीएपी के जरूरतमंद किसानों लंबी कतार लगी रही, लेकिन आठ घंट के लंबे इंतजार के बाद आई एक ट्रक खाद ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुई, जिससे सर्दी के मौसम में किसानों का पारा चढ़ गया। किसानों ने मंडी समिति में ही शासन और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया और भविष्य में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। हालांकि नवागंतुक जिलाधिकारी ने सभी किसानों को खाद मुहैया करवाने का आश्वासन दिया है।
बीते कई वर्षों से किसान खाद की समस्या को लेकर हर साल परेशान होता आ रहा है, लेकिन सरकारें इस समस्या का हल निकालने में नाकाम रहीं। रबी फसलों की बुआई के लिये किसानों को डीएपी की जरूरत होती है। खाद की मारामारी के चलते हालात यह हैं कि समितियों के ताले खुलने से पहले ही बाहर किसानों की लंबी कतारें लग रही हैं, लेकिन जब खाद वितरण का समय आता है तो आधे से ज्यादा किसानों को बैरंग ही वापस होना पड़ता है। मंगलवार को कृषि मंडी समिति में भी भी कुछ ऐसा ही हुआ।
खाद की किल्लत को देखते हुए सैकड़ों की तादाद में किसान सुबह चार बजे से ही कतार में लग गये, लेकिन पूर्वाह्न तकरीबन 11 बजे तक समिति की दुकान का ताला जड़ा रहा। किसानों की लंबी कतार को देखते हुए एक ट्रक डीएपी का इंतजाम कराया गया। लेकिन कुछ देर में किसानों के चेहरों पर आई खुशी काफूर हो गई, क्योंकि एक ट्रक खाद मिनटों में खत्म हो गई।
सुबह से कतार में लगे अपनी बारी का इंतजार कर रहे किसानों का इस सर्दी के मौसम में पारा चढ़ने लगा। नाराज किसानों ने मंडी समिति में ही शासन और प्रशासन के खिलाफ देर तक नारेबाजी की। इतना ही नहीं किसानों ने चेतावनी भी दी है कि यदि जल्द डीएपी का प्रबंध नहीं किया गया तो सरकार के कान खोलने के लिये रोड जाम जैसे आंदोलन का अंजाम दिया जायेगा।
नवागंतुक डीएम ने दिये 800 एमटी खाद वितरण के निर्देश
नवागंतुक जिलाधिकारी दीपा रंजन ने किसानों की खाद की समस्या को संज्ञान में लेते हुए कहा है कि फिलहाल जनपद में रिजर्व कोटे की 800 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है। आज ही उन्होंने कृषि अधिकारी को निर्देशित किया है कि किसानों की समस्या को देखते हुए यह खाद रिलीज कराकर वितरित कराई जाये।
इसके अलावा किसानों की डिमांड को देखते उन्होंने किसानों के लिये पर्याप्त खाद मुहैया करवाये जाने के लिये शासन को लिखा है। दो से तीन दिनों के भीतर जनपद में इतनी मात्रा में डीएपी उपलब्ध हो जायेगी कि किसी किसान को खाद के लिये निराश नहीं होना पड़ेगा।
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