बरेली: अब एंटीजन किट से होगी कोरोना की जांच
बरेली,अमृत विचार। कोरोना की जांच रिपोर्ट अब 30 मिनट में ही आ सकेगी। जल्द ही जिले में एंटीजन किट से जांच शुरू होने वाली है। शासन ने जिले को पांच हजार एंटीजन किट देने के निर्देश दिए है। सीएमओ डा.वीके शुक्ल ने बताया कि कोरोना पाजिटिव मरीजों की अब 30 मिनट में पहचान हो जाएगी। …
बरेली,अमृत विचार। कोरोना की जांच रिपोर्ट अब 30 मिनट में ही आ सकेगी। जल्द ही जिले में एंटीजन किट से जांच शुरू होने वाली है। शासन ने जिले को पांच हजार एंटीजन किट देने के निर्देश दिए है।
सीएमओ डा.वीके शुक्ल ने बताया कि कोरोना पाजिटिव मरीजों की अब 30 मिनट में पहचान हो जाएगी। शासन ने जिले को पांच हजार एंटीजन किट दी है। हालांकि इस किट का कोई खास फायदा नहीं मिलेगा और इससे काम का दबाव कम नहीं होगा, लेकिन आपात स्थिति में कोरोना पाजिटिव मरीज की तत्काल पहचान हो सकेगी।
इस एंटीजन किट को दक्षिण कोरिया की कंपनी बायोसेंसर ने बनाया है। इस किट की खासियत है कि 30 मिनट में कोरोना संक्त्रमित की पहचान कर देगी। इस जांच में जो सैंपल नेगेटिव आएंगे उसकी फिर से विस्तृत जांच होगी। बताया कि यह कन्फर्म पाजिटिव बताने वाली किट है, निगेटिव नहीं।
आईटीपीसीआर से होगी निगेटिव आने पर जांच
सीएमओ डा. वीके शुक्ल ने बताया कि सैम्पल निगेटिव आया तब आरटीपीसीआर से जांच की जाएगी। यह सैम्पल में से कोरोना वायरस की पहचान सबसे सटीक तरीके से करता है। इसकी जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव है तो किसी अन्य प्रकार की जांच की आवश्यकता नहीं है। यह नेजल स्वाब में कोरोना वायरस की पहचान कर लेगा। इसे किसी भी परिस्थिति में प्रयोग किया जा सकता है। इसके लिए स्पेशल लैब की जरूरत नहीं है।
उन्होंने बताया कि कुछ सैम्पल ऐसे आते हैं जिसमें त्वरित रिपोर्ट की जरूरत होती है। खासतौर से इलाज के दौरान कोविड-19 वार्ड में मरने वाले मरीजों की। इसके अलावा इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की भी कोरोना वायरस रिपोर्ट की जरूरत डॉक्टर को होती है। ऐसे मामलों में इस किट का भी प्रयोग किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग को सौंपी 40 पीपीई किट
यारा फर्टिलाईजर इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड के पदाधिकारियों ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को 40 पीपीई किट सौंपी। उन्होंने यह किट कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सीएमओ डा.वीके शुक्ल, जिला सर्विलांस अधिकारी डा.अशोक कुमार को सौंपी। इस दौरान उन्होंने बताया कि कोरोना से जंग में अब चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी भी संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में पीपीईकिट से ही उनका बचाव हो सकता है। प्रशासन के सहयोग से यह किट जरूरतमंद कोरोना योद्धाओं तक पहुंचाई जा सकेंगी।