बांदा: मेडिकल कॉलेज में लिम्फैटिक फाइलेरियेसिस विषय पर कार्यशाला आयोजित
बांदा, अमृत विचार। पाथ इंडिया प्रदेश इकाई के सहयोग से शुक्रवार को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में लिम्फैटिक फाइलेरियेसिस विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में तकरीबन 65 डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन और अन्य कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। वक्ताओं ने अपने व्याख्यान में इस बीमारी की भयावहता पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि …
बांदा, अमृत विचार। पाथ इंडिया प्रदेश इकाई के सहयोग से शुक्रवार को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में लिम्फैटिक फाइलेरियेसिस विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में तकरीबन 65 डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन और अन्य कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। वक्ताओं ने अपने व्याख्यान में इस बीमारी की भयावहता पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि समय पर उपचार से बीमारी पर जल्द काबू पाया जा सकता है।
कार्यशाला का उद्घाटन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुकेश यादव व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने किया। संकाय के सदस्यों ने कार्यशाला में अपने व्याख्यान में कहा कि लिम्फैटिक फाइलेरियेसिस जिसे आम बोलचाल की भाषा में हाथीपांव बीमारी कहा जाता है। कहा कि प्रारंभिक दिनों में इस बीमारी पर ध्यान न दिये जाने से यह बीमारी आगे विकराल रूप धारण कर सकती है। इसलिये समय पर रोगी के बीमारी की पहचान और उपचार बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम में उप प्रधानाचार्य एवे कम्युनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार कौशल, विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी डॉ. दिलीप कुमार, सहायक आचार्य मेडिसिन विभाग डॉ. शैलेंद्र कुमार यादव, सहायक आचार्य सर्जरी डॉ. अनूप कुमार सिंह, सहायक आचार्य कम्युनिटी मेडिसिन डॉ. मो. माऊफ एवं पाथ इंडिया के डॉ. सोएब अनवर ने भी लिम्फैटिक फाइलेरियेसिस रोग के विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही जिला मलेरिया विभाग ने भी की इसकी रोकथाम के लिये किये जा रहे प्रयासों से अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन सहायक आचार्य कम्युनिटी मेडिसिन डॉ. लाल दिवाकर ने किया।
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