कानपुर: नौबस्ता-कबरई समानांतर हाईवे की पैरवी करेंगे सांसद, एनएचएआई मुख्यालय में लटकी है फाइल
कानपुर। कानपुर से हमीरपुर होते हुए कबरई जाने वाले हाईवे के समानांतर फोर लेन हाईवे बनाने की योजना की फाइल फिलहाल राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय की भूमि अधिग्रहण समिति के पास लंबित है। वहां से मंजूरी के बाद ही प्रोजेक्ट पर काम होगा। महीनों से लंबित इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलाने के लिए अब सांसद सत्यदेव …
कानपुर। कानपुर से हमीरपुर होते हुए कबरई जाने वाले हाईवे के समानांतर फोर लेन हाईवे बनाने की योजना की फाइल फिलहाल राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय की भूमि अधिग्रहण समिति के पास लंबित है। वहां से मंजूरी के बाद ही प्रोजेक्ट पर काम होगा। महीनों से लंबित इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलाने के लिए अब सांसद सत्यदेव पचौरी और सांसद देवेंद्र सिंह भोले आगे आए हैं। दोनों ही सांसदों ने इस मामले में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करने की बात कही है।
कानपुर से हमीरपुर होकर कबरई होते हए सागर जाने वाले हाईवे पर जाम की समस्या है। स्थिति यह है कि यह हाईवे अभी टू लेन है। जबकि कबरई से आगे इसे भोपाल तक फोर लेन बनाया जा रहा है। टू लेन हाईवे पर जाम लगता है, क्योंकि इस पर मौरंग और गिट्टी लदे ट्रकों की संख्या 10 हजार से ज्यादा है। इसके साथ ही छतरपुर, सागर, महोबा, हमीरपुर,बांदा आदि जिलों के लोग भी इसी रास्ते कानपुर और लखनऊ आदि शहरों को आते जाते हैं। यातायात का भारी दबाव है।
लेकिन इस हाईवे को फोर लेन 2025 तक नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसका निर्माण करने वाली कंपनी के पास 2025 तक टोल टैक्स वसूलने का ठेका है। ऐसी स्थिति में या तो नया हाईवे बनाया जाए या फिर संबंधित कंपनी को ही वर्तमान हाईवे को फोर लेन करने का ठेका दे दिया जाए।
यही वजह है कि पिछले साल रमईपुर से रिंग रोड को जोड़ते हुए नया समानांतर हाईवे बनाने की योजना बनी थीं। इसे भूमि अधिग्रहण समिति को भेजा गया। समिति ने कुछ सुझाव के साथ प्रोजेक्ट वापस किया तो दोबारा इसे संशोधित कर भेजा गया। इसके बाद न तो फाइल वापस की गई और न ही मंजूरी दी गई। ऐसे में अब सांसदों ने तय किया है कि प्रोजेक्ट को स्वीकृति दिलाने के लिए मंत्री से मुलाकात की जाए।
- 112 किलोमीटर लंबा समानांतर हाईवे होगा
- 37 सौ करोड़ रुपये लागत है प्रोजेक्ट की
- 700 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है
इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलाएंगे। इस मार्ग के बनने से औद्योगिक विकास तो होगा ही ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को गति मिलेगी।– देवेंद्र सिंह भोले, सांसद
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