कांगो में संरा विरोधी प्रदर्शन मिशन में शामिल बीएसएफ के दो जवान शहीद, विदेश मंत्री जयशंकर ने जताया शोक

किन्शासा (कांगो)। कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य-डीआरसी में मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा रहे भारत के दो जवान मारे गए। पूर्वी कांगो में संयुक्त राष्ट्र के शांति रक्षा मिशन के खिलाफ प्रदर्शनों में शामिल चार लोगों की बुधवार को एक ‘हाई-वोल्टेज़’ बिजली की तार की चपेट में आने से मौत हो गयी। अधिकारियों ने …
किन्शासा (कांगो)। कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य-डीआरसी में मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा रहे भारत के दो जवान मारे गए। पूर्वी कांगो में संयुक्त राष्ट्र के शांति रक्षा मिशन के खिलाफ प्रदर्शनों में शामिल चार लोगों की बुधवार को एक ‘हाई-वोल्टेज़’ बिजली की तार की चपेट में आने से मौत हो गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कांगो सरकार के प्रवक्ता पैट्रिक मुयाया ने बताया कि देश में संयुक्त राष्ट्र के खिलाफ तीन दिन से प्रदर्शन चल रहा है।
शुरुआती प्रदर्शनों के दौरान संयुक्त राष्ट्र के तीन कर्मियों समेत कम से कम 15 लोगों की मौत हो गयी और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। सीमा सुरक्षा बल-बीएसएफ के ये दो जवान वहां हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान शहीद हुए। दक्षिण कीवु प्रांत में उविरा शहर के नागरिक संगठन के समन्वयक आंद्रे बयादुनिया ने बताया कि किलोमोनी जिले में बिजली की तार गिरने से चार प्रदर्शनकारियों की मौत हो गयी।
उविरा के डिप्टी मेयर किकी किफारा ने घटना की पुष्टि की और कहा कि जब बिजली की तार गिरी तो उस समय वह प्रदर्शन स्थल पर थे। उन्होंने बताया कि उन्हें लगता है कि अगर पुलिस और सुरक्षाबलों ने पहले ही भीड़ को तितर-बितर न किया होता तो मृतकों की संख्या अधिक हो सकती थी। संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा मिशन के कार्यवाहक प्रमुख खासिम दियाग्ने ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को प्रदर्शनों में नॉर्थ कीवु प्रांत के बुटेम्बो में कांगो के सात नागरिकों की मौत हो गयी।
इसके अलावा मोरक्को के एक संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक और भारत से संयुक्त राष्ट्र के दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी। पूर्वी कांगो के गोमा शहर में सेना के एक अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गयी है। किन्शासा से एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में दियाग्ने ने स्थिति को ‘‘नाजुक’’ बताया और कहा कि संयुक्त राष्ट्र तथा कांगो बलों की टुकडियां संयुक्त राष्ट्र अड्डे और प्रतिष्ठान की रक्षा कर रही हैं।
विदेश मंत्री ने जताया शोक
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘कांगो में बीएसएफ के दो बहादुर भारतीय शांति सैनिकों की मौत पर गहरा दुख हुआ। वे संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा थे। इन आक्रोशपूर्ण हमलों के अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और उन्हें न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाना चाहिए।’ संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के उप प्रवक्ता, फरहान हक ने मंगलवार को दैनिक प्रेस वार्ता में कहा कि कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के खिलाफ हिंसा ”बढ़ती जा रही है।” उन्होंने कहा, ”दुर्भाग्य से, एक शांति सैनिक और दो संयुक्त राष्ट्र पुलिस कर्मी मारे गए और एक अन्य घायल हो गया। हम अपने सहयोगियों की हत्या की निंदा करते हैं और उनके परिवारों व सहयोगियों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त करते हैं।”
Deeply grieved at the loss of lives of two valiant Indian peacekeepers of the BSF in the Democratic Republic of Congo. They were part of the MONUSCO.
The perpetrators of these outrageous attacks must be held accountable and brought to justice .
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 26, 2022
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने निंदा
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारी शांतिरक्षकों पर हमले बढ़ने के बीच नागरिकों की रक्षा में नाकाम रहने का आरोप लगा रहे हैं और वर्षों से कांगो में मौजूद संयुक्त राष्ट्र बलों से देश छोड़कर जाने की मांग कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने हिंसा की निंदा करते हुए सरकार से दोषियों को सजा देने का आह्वान किया है। उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षकों को निशाना बनाकर किया गया कोई भी हमला युद्ध अपराध के दायरे में आ सकता है।
कांगो में मारे गए बीएसएफ के जवान मोनुस्को के
कांगो डीआरसी में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा रहे बीएसएफ के दो जवान 26 जुलाई मंगलवार को युगांडा के साथ लगी सीमा के पास एक पूर्वी शहर में विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए। इस प्रदर्शन में दो जवानों सहित कुल पांच लोगों की मौत हुई। गौरतलब है कि अभी तक वहां संयुक्त राष्ट्र में सेवा के दौरान कुल 175 भारतीय शांति सैनिकों की मौत हो चुकी है। भारत ने पीस कीपिंग मिशन में किसी भी अन्य संयुक्त राष्ट्र सदस्य देश की तुलना में अधिक शांति सैनिकों को खोया है। “कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में बीएसएफ के दो बहादुर भारतीय शांति सैनिकों के मारे जाने पर गहरा दुख हुआ।
India tragically lost two valiant peacekeepers of Border Security Force, #BSF Head Constable Shishupal Singh and Head Constable Sanwala Ram Vishnoi deployed with UN Peace Keeping Contingent #MONUSCO in Democratic Republic of Congo during violent protest yesterday. pic.twitter.com/RHKEgI3K7H
— All India Radio News (@airnewsalerts) July 27, 2022
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