अयोध्या: आधे घंटे तक धूल भरी आंधी के बाद बारिश, टीन-टप्पर उड़े, कई जगह गिरे पेड़, यातायात भी हुआ बाधित

अयोध्या: आधे घंटे तक धूल भरी आंधी के बाद बारिश, टीन-टप्पर उड़े, कई जगह गिरे पेड़, यातायात भी हुआ बाधित

अयोध्या। मौसम विभाग द्वारा तीन दिन से चल रही आंधी-पानी की भविष्यवाणी सोमवार को सच साबित हुई। दोपहर बाद आधे घंटे तक पहले धूल भरी आंधी चली उसके बाद बादलों ने बरसना शुरू कर दिया। एक ओर जहां लोगों को तपन से राहत मिली वहीं आंधी के बाद बिजली आपूर्ति ठप हो गई। हालांकि अभी …

अयोध्या। मौसम विभाग द्वारा तीन दिन से चल रही आंधी-पानी की भविष्यवाणी सोमवार को सच साबित हुई। दोपहर बाद आधे घंटे तक पहले धूल भरी आंधी चली उसके बाद बादलों ने बरसना शुरू कर दिया। एक ओर जहां लोगों को तपन से राहत मिली वहीं आंधी के बाद बिजली आपूर्ति ठप हो गई। हालांकि अभी तक कहीं कोई जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन आंधी के कारण कई जगह पेड़ों के गिरने और टीन टप्पर उड़ने से नुकसान जरूर हुआ। आंधी-पानी का असर सड़क यातायात पर भी पड़ा।

सोमवार दोपहर सवा दो बजे के करीब धूल भरी हवाएं चलने लगीं। धूल भरी हवाओं से जिले भर में ब्लैक आऊट सरीखा नजारा हो गया। इसके बाद हवाओं ने हल्की आंधी का रुख अख्तियार कर लिया तो 33 केवीए दर्शननगर उपकेन्द्र से बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई। आंधी थमते ही बादलों ने बरसना शुरू कर दिया, जिसके चलते लोगों को गर्मी से राहत भी मिली। नगर क्षेत्र में कचहरी और उसके आसपास टीन – टप्पर की दुकानों को आंशिक क्षति पहुंची तो अन्य इलाकों में भी झुग्गी झोपड़ियों पर असर पड़ा है।

आंधी और बिजली गुल होने के कारण चौक बाजार में पहुंचे खरीदारों को सुरक्षित जगह शरण लेनी पड़ी। सोहावल में भी आंधी-पानी के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो गई और दो दर्जन से अधिक स्थानों पर पेड़ों के गिरने से यातायात अवरूद्ध हो गया। तहसील क्षेत्र में कई गांवों में निर्धन तबके के लोगों की झुग्गियां भी आंधी की चपेट में आ गई। हालांकि कहीं कोई जनहानि की खबर नहीं है। बीकापुर तहसील में भी आंधी-पानी का गहरा प्रभाव देखा गया।

यहां तहसील परिसर में स्थित चाय की दो दुकानों के छप्पर उड़ गए तो चौरेबाजार के पास पेड़ गिरने से इलाहाबाद राजमार्ग पर आवागमन प्रभावित हुआ। बताया गया कि तहसील क्षेत्र में भी बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। अयोध्या अम्बेडकरनगर मार्ग पर भी पूराबाजार के पास पेड़ गिरने से एक घंटे तक यातायात अवरुद्ध रहा। आंधी-पानी का असर लखनऊ गोरखपुर राजमार्ग पर भी पड़ा। अचानक अंधेरा छा जाने से लोगों ने सड़क के किनारे वाहन खड़े कर दिए। आंधी रूकने के बाद ही आगे की ओर बढ़े।

मिल्कीपुर में भी आपूर्ति ठप, किसानों को हुआ नुकसान

मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई है। अचानक आई धूल भरी आंधी के चलने पर वाहन चालक और ग्रामीण परेशान हो गए। इस दौरान सड़कों पर अफरा तफरी का माहौल बन गया। दुकानदार अपना सामान समेट कर इधर-उधर भाग निकले। आम की बागवानी वाले किसानों को तेज आंधी के चलते अच्छा खासा नुकसान उठाना पड़ा। कृषि वैज्ञानिक रवि प्रकाश मौर्या का कहना है कि तेज आंधी व बारिश के चलते उड़द, मूंग की खेती करने वालों के साथ-साथ सबसे ज्यादा नुकसान मक्का की खेती करने वालों को होगा। तेज आंधी के साथ जब बारिश प्रारंभ हो जाती है तो मक्का के पेड़ गिर जाते हैं जिससे मक्के की फसल को भारी नुकसान होता है।

पेड़ की चपेट में आकर टूटी गुमटी

रुदौली में आंधी व बारिश में रुदौली-बाबाबाजार रोड पर स्थित बारामासी पौशाला के पास विशालकाय प्राचीन नीम का पेड़ लगभग आठ फुट ऊपर से टूट कर गिर गया। इस विशालकाय पेड़ की चपेट में आकर सड़क किनारे रखी गुमटी, टिन शेड, बिजली लाइन, साईकिल व एक बाइक क्षतिग्रस्त हो गयी। गनीमत रही कि कोई व्यक्ति इस पेड़ की चपेट में नहीं आया। रुदौली बाबाबाजार मार्ग अवरुद्ध हो जाने से आवागमन बाधित रहा।

गन्ने सहित कई फसलों के लिए फायदेमंद

तारुन में तेज आंधी के साथ हुई बारिश से किसानों की गन्ने सहित मूंग उरद आदि फ़सलो को फायदा हुआ है। कई स्थानों पर पेड़ बिजली के तारो पर गिरने की खबर है। विद्युत उपकेंद्र तारुन जे ई राम यज्ञ दूबे ने बताया कि टिकरी में लेखपाल के घर के पास, बल्ली कृपालपुर में डढ़वा , बेलगरा, बोदहरी आदि गांवो में आँधी के दौरान हाई वोल्टेज तारों पर पेड़ गिरने से तार टूटकर जमींदोज हो गये है। जिन्हें ठीक कर सप्लाई बहाल करने की हर सम्भव कोशिश कर्मचारियों द्वारा की जा रही है।इसके अलावा गौरा दशरथ पुर मार्ग पर बिजली के तार पर शीशम का पेड़ गिर जाने से आवागमन बाधित हो गया।

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