बरेली: मीरगंज के कपूरपुर गांव में तेंदुआ दिखने से दहशत

बरेली/मीरगंज, अमृत विचार। नवाबगंज और एयरफोर्स के बाद अब मीरगंज में तेंदुआ दिखाई देने से दहशत का माहौल बना हुआ है। खास बात यह है कि इस बार तेंदुआ कैमरे में भी कैद हो गया। रात के अंधेरे में कच्ची सड़क किनारे बैठे तेंदुए का वीडियो भी सामने आया। जिसके बाद वन विभाग की टीमें …
बरेली/मीरगंज, अमृत विचार। नवाबगंज और एयरफोर्स के बाद अब मीरगंज में तेंदुआ दिखाई देने से दहशत का माहौल बना हुआ है। खास बात यह है कि इस बार तेंदुआ कैमरे में भी कैद हो गया। रात के अंधेरे में कच्ची सड़क किनारे बैठे तेंदुए का वीडियो भी सामने आया। जिसके बाद वन विभाग की टीमें सतर्क हो गईं और कांबिंग कराई गई लेकिन तेंदुए का कुछ पता नहीं लगा। कहा जा रहा है कि यह तेंदुआ टाइगर रिजर्व से भटककर यहां पहुंचा है।
पूरा मामला मीरगंज के गांव कपूरपुर गांव का है। शुक्रवार की रात को एक राहगीर ने कपूरपुर-समसपुर के बीच रोड पर बैठे तेंदुए का वीडियो बनाया था। लेकिन तेंदुआ गाड़ी की लाइट देखकर खेतों में भाग गया। तेंदुए की उम्र करीब दो साल बताई जा रही है। कपूरपुर के निवासी जितेंद्र सिंह के मुताबिक वह मीरगंज में मोबाईल रिपेयरिंग की दुकान चलाते हैं। शुक्रवार रात रोज की तरह मीरगंज से रात 11 बजे घर लौट रहे थे। गांव समसपुर और कपूरपुरपर के बीच रास्ते में उन्हें सड़क पार करता हुआ तेंदुआ दिखाई दिया।
तेंदुआ देखते ही दहशत में आए जितेन्द्र सिंह ने गाड़ी की लाइट जलाकर उसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। हालांकि लाइट देखकर तेंदुआ जंगल की तरफ भाग गया। जितेन्द्र ने जंगल में तेंदुआ होने की जानकारी गांव में दी तो ग्रामीणों को इस पर यकीन नहीं हुआ। जिसके बाद उसने वीडियो ग्रामीणों को दिखाई। ग्रामीणों की सूचना पर प्रभागीय वनाधिकारी समीर कुमार ने मीरगंज रेंजर संतोष कुमार को मौके पर भेजा। वह अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे तो तेंदुए का कोई सुराग नहीं लगा। रेंजर संतोष कुमार ने बताया कि ग्रामीणों को अलर्ट किया गया है।
समूह बनाकर ही खेतों में जाएं
प्रभागीय वनाधिकारी वन एवं वन्य जीव प्रभाग समीर कुमार ने बताया कि ग्राम समसपुर, तहसील मीरगंज में एक तेंदुआ प्रजाति के वन्य जीव के होने की सूचना मिली है। सुरक्षा के लिहाज से वन कर्मियों द्वारा क्षेत्र में नियमित गश्त की जा रही है। उन्होनें बताया कि तेंदुआ लोगों को देखकर हिंसक हो सकता है, जिससे जनहानि भी हो सकती है। लिहाजा स्थानीय लोग उस क्षेत्र के आस-पास न जाएं और न ही अपने पशुओं को ले जाएं। अगर जरूरी हो समूह बनाकर ही खेतों में जाएं और बच्चों को अकेला न छोड़ें।
लोकेशन नहीं मिली तो नहीं लगाया पिंजरा
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए की लोकेशन नहीं मिलने के कारण पिंजरा नहीं लगाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक उसके पग चिन्ह भी नहीं मिले हैं लेकिन तेंदुआ देखने की पुष्टि हुई है लिहाजा सतर्कता बरती जा रही है। माना जा रहा है कि यह तेंदुआ टाइगर रिजर्व से भटककर आया है, उसकी उम्र करीब दो साल बताई जा रही है।