मुरादाबाद: चार नकाबपोशों ने घर में सो रहे युवक को उठाया, गर्दन की नस काटकर रामगंगा नदी में फेंका और फिर...

घर की गैलरी में सो रहा था युवक, सुबह सात बजे लड़खड़ाते पहुंचा घर, गले से निकल रहा था खून

मुरादाबाद: चार नकाबपोशों ने घर में सो रहे युवक को उठाया, गर्दन की नस काटकर रामगंगा नदी में फेंका और फिर...

मुरादाबाद, अमृत विचार। घर के बाहर गैलरी में सो रहे युवक को चार नकाबपोशों ने उठा लिया और उसकी गर्दन की नस काटकर रामगंगा नदी में फेंक दिया। इधर, जब घर वालों की जब नींद खूली तो देखा युवक बिस्तर पर नहीं था। इसके बाद सुबह छह बजे तक उसके बारे में कुछ पता नहीं चला। परिजनों ने पूरा गांव खोज डाला। फिर सुबह सात बजे वह खुद कराहते हुए पैदल घर पहुंच गया। उसकी गर्दन की नस कटे होने से खून निकल रहा था और वह पानी में भीगा था। जानकारी पर पुलिस युवक को जिला अस्पताल लेकर आई, जहां उसका इलाज चल रहा है।

मामला कटघर थाना क्षेत्र में सैनियों वाली मिलक गांव का है। प्रेम शंकर (22) पुत्र भूप सिंह जिला अस्पताल में भर्ती है। वह अच्छे से बात भी नहीं कर पा रहा है। थोड़ी-बहुत बातचीत में उसने बताया कि वह बुधवार देर शाम बाजार से आया था। खाना खाने के बाद घर के बाहर गैलरी में सो गया था। रात एक बजे के दौरान नकाबपोश चार लोग उसे बिस्तर से उठाने की कोशिश कर रहे थे।

यह देख वह डर गया और शोर मचाने लगा, तभी उन लोगों ने उसके मुंह पर कोई कपड़ा रखकर दबा दिया। इससे वह बेहोश हो गया था। इसके बाद उसके साथ क्या हुआ उसे कुछ पता नहीं। प्रेम शंकर ने बताया है कि करीब पांच महीने पहले उसका एक युवक से विवाद हुआ था।

विवाद करने वाले इस व्यक्ति का नाम भी घायल ने बताया है। उधर, घायल के मौसेरे भाई प्रेमपाल ने बताया कि जब सुबह जब प्रेमशंकर नहीं मिला तो उन्होंने डॉयल-112 पर कॉलकर पुलिस बुलाई। पुलिस के पहुंचने से पांच मिनट पहले ही प्रेमशंकर लड़खड़ाते हुए घर पहुंचा था, उसके गले से खून निकल रहा था। उसके कपड़े भीगे थे।

प्रेमशंकर ने घरवालों को बताया है कि वह ढांग में देवापुर मार्ग पर ऊंचे गांव वालों के श्मशान घाट के सामने रामगंगा नदी के पानी में था, जहां से वह निकलकर घर आया था। नदी तक वह कैसे पहुंचा, इस बारे में प्रेम शंकर कुछ भी बता नहीं पा रहा है। पुलिसकर्मियों ने प्रेमशंकर से पूछताछ की, लेकिन वह हमलावरों के बारे में कुछ स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाया।

प्रेमपाल ने बताया कि प्रेमशंकर के घर से रामगंगा नदी दो किमी दूर है। सुबह पुलिसकर्मी घायल प्रेम शंकर को जिला अस्पताल लाए थे। घायल अपने छह भाई-बहन में सबसे छोटा है। इनमें बड़ी बहन रज्जो, राजवती, विनोद, बबलू, आशा और प्रेम शंकर है। प्रेमपाल ने बताया कि इस मामले में उन्होंने कटघर थाने में तहरीर दी है।

प्रेम शंकर से बयान लिए गए हैं। वह बता रहा है कोई अपरिचित चार लोग थे, जो उसे रामगंगा नदी के पास उठा ले गए थे और उसे चोट पहुंचाई। जिससे वह बेहोश हो गया था, होश आने पर घर आया। सूचना पर पीआरवी गई थी, उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। जांच चल रही है- रुद्र कुमार सिंह, सीओ-कटघर।

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