'बसपा नेतृत्व का आदेश शिरोधार्य, समाज के लिए आखिरी सांस तक लडूंगा', पद से हटाए जाने के बाद बोले आकाश आनंद
लखनऊ, अमृत विचार। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने खुद से पार्टी की सभी जिम्मेदारियां वापस लिए जाने के बाद बृहस्पतिवार को कहा कि उनके लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आदेश शिरोधार्य है और वह समाज के लिए अपनी आखिरी सांस तक लड़ते रहेंगे। आनंद ने गत मंगलवार को पार्टी प्रमुख मायावती द्वारा सभी जिम्मेदारियों से मुक्त किए जाने के दो दिन बाद सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, "आदरणीय बहन मायावती जी, आप पूरे बहुजन समाज के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं।
आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनीतिक ताकत मिली है जिसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है।" उन्होंने इसी संदेश में आगे कहा, "आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे। भीम मिशन और अपने समाज के लिए मैं अपनी अंतिम सांस तक लड़ता रहूंगा।
जय भीम, जय भारत।"
आदरणीय बहन @mayawati जी, आप पूरे बहुजन समाज के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं। आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताक़त मिली है जिसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है।
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) May 9, 2024
आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे।…
गौरतलब है कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने आनंद को मंगलवार रात पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक के पद से हटाते हुए उन्हें पार्टी में दी गई सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया था। उनकी सभी चुनावी रैलियां भी रद्द कर दी गई थीं। मायावती ने कहा कि पार्टी और आंदोलन के हित में और आनन्द के "पूर्ण परिपक्वता" हासिल करने तक उन्होंने यह निर्णय लिया है।
बसपा प्रमुख ने पिछले वर्ष दिसंबर में आकाश आनन्द को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। आकाश आनंद के खिलाफ हाल ही में सीतापुर में एक चुनावी रैली में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था। बसपा नेता ने अपने भाषण में कहा था, "यह सरकार बुलडोजर सरकार और गद्दारों की सरकार है। जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ती है और बुजुर्गों को गुलाम बनाती है वह आतंकवादी सरकार है।'' प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बसपा ने बिना कोई कारण बताए पिछले दिनों आकाश आनन्द की सभी प्रस्तावित रैलियों को स्थगित कर दिया था।
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