अयोध्या: अगले 20 माह में बदल जाएगी जन्मभूमि परिसर की सूरत, राम मंदिर ट्रस्ट का दावा- छह मंदिर और टनल का चल रहा है निर्माण

अयोध्या: अगले 20 माह में बदल जाएगी जन्मभूमि परिसर की सूरत, राम मंदिर ट्रस्ट का दावा- छह मंदिर और टनल का चल रहा है निर्माण

अयोध्या, अमृत विचार। प्राण प्रतिष्ठा के बाद भी निर्माणाधीन राम मंदिर और परिसर की योजनाओं पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का दावा है कि दिसंबर 2024 तक मंदिर के प्रथम स्थल और द्वितीय तल का निर्माण पूरा हो जाएगा। अगले 20 माह में राम जन्मभूमि परिसर की सूरत बदल जाएगी।

राम मंदिर के प्रथम तल और द्वितीय तल का निर्माण चल रहा है। इसके साथ ही मंदिर के 800 मीटर की परिधि में परकोटे का भी निर्माण चल रहा है, जिसमें छह मंदिर और भीड़ नियंत्रण के लिए टनल का निर्माण किया जा रहा है। इन सभी का निर्माण राजस्थान के पत्थरों से किया जा रहा है।

इसके अलावा जन्मभूमि परिसर में आठ अन्य मंदिर का निर्माण भी किया जा रहा है, जिसमें शेषावतार, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वशिष्ठ, निषाद राज, अहिल्या देवी का मंदिर प्रस्तावित है। इन मंदिरों को भी राजस्थान के पत्थरों से ही तैयार किया जाएगा और यात्री सुविधा केंद्र, प्रशासनिक भवन, यज्ञशाला का भी निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही जन्मभूमि परिसर में नवग्रह और पुष्प वाटिका भी बनाया गया है।

यात्रियों की सुविधा के लिए भी होंगी व्यवस्थाएं 

श्री राम जन्मभूमि के क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय के मुताबिक राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर, परकोटा, सात अन्य मंदिर और एक नया शेषावतार मंदिर को जोड़ा गया है। इसके साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए अन्य व्यवस्थाएं हैं। अगले 20 माह में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। दावा करते हुए कहा कि यहां पर जितने भी मंदिरों का निर्माण हो रहा है वह सभी पत्थरों के हैं।

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