Kanpur: क्राइम ब्रांच व चमनगंज पुलिस उलझी, कुख्यात पिच्चा भागने में कामयाब, लोग बोले- पुलिस ने की मदद

Kanpur: क्राइम ब्रांच व चमनगंज पुलिस उलझी, कुख्यात पिच्चा भागने में कामयाब, लोग बोले- पुलिस ने की मदद

कानपुर, अमृत विचार। चमनगंज थानाक्षेत्र में एक शादी समारोह में पहुंचा गैंगस्टर व हिस्ट्रीशीटर कुख्यात शाहिद पिच्चा को पकड़ने आई क्राइम ब्रांच की टीम और चमनगंज पुलिस आपस में उलझ गई। इस दौरान वह वहां से भाग निकला। घटना देख वहां पर हलचल मच गई। 

लोगों का कहना था कि चमनगंज पुलिस ने क्राइम ब्रांच को गुमराह किया और शातिर को मदद से भगा दिया। ये घटना पूरे महकमे में चर्चा का विषय बनी हुई है। घटना की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने मामले की जांच डीसीपी सेंट्रल को सौंपी है। 

चमनगंज निवासी कुख्यात शाहिद पिच्चा के खिलाफ कुछ दिन पहले रेलबाजार थाने में गैंगस्टर का मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद से पुलिस और क्राइम ब्रांच उसकी तलाश कर रही है। क्राइम ब्रांच को चार दिन पहले जानकारी मिली कि शाहिद पिच्चा समेत कई शातिर अपराधी चमनगंज में एक शादी समारोह में शामिल होने आए हैं। क्राइम बांच की टीम सादे कपड़ों में शाहिद पिच्चा को पकड़ने पहुंच गई। 

वहां टीम गाड़ी खड़ी करके शातिर शाहिद को पकड़ने की योजना तैयार कर रही थी। इसी दौरान चमनगंज थाना प्रभारी हामिद टीम के साथ वहा पहुंच गए। क्राइम ब्रांच की गाड़ी सड़क पर खड़ा देख लोगों ने टोका तो दोनों में बहस हो गई। क्राइम ब्रांच टीम के अपना परिचय देने पर वहां मौजूद शाहिद पिच्चा के कान खड़े हो गए और वह कूदकर भाग निकला। 

एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने बताया कि शाहिद पिच्चा के कूदकर भागने की जानकारी मिली है। यह बात भी सामने आई है कि वह चमनगंज थाना प्रभारी की मदद से भागा है। डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम को इस मामले में जांच के आदेश दिए है।
 
शाहिद पिच्चा चमनगंज का पुराना कुख्यात अपराधी है। हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट, चोरी आदि करीब 40 से ज्यादा मुकदमे शहर के अलग-अलग थाने में दर्ज हैं। कुछ वर्ष पहले शातिर का डी-टू गैंग के ही एक बदमाश से विवाद हो गया था। जिस पर वह चमनगंज में फुरकान की हत्या मामले में जेल गया था। 

जेल से छूटने के बाद उसने अपनी दबंगई के बल पर विवादित जमीनों का काम शुरू कर दिया और कम समय में ही करोड़ों रुपये कमा लिए। इसके साथ ही शहर के कई बड़े नेताओं के भी संपर्क में था। अब वह बिल्डर और नेतागीरी की आड़ लेकर पुलिस से बचना चाह रहा था। कुछ समय पहले सबलू गिरोह के शुभान रायनी से चमनगंज में शाहिद पिच्चा और उसके साथियों मारपीट हुई थी। 

इसके बाद शाहिद पिच्चा ने शुभान को गोली मारी थी। गोली उसके दांय हाथ पर लगी और वह बाल-बाल बच गया था। जिसके बाद बेकनगंज पुलिस की शाहिद पिच्चा के साथ मुठभेड़ हुई थी। कुछ समय पहले वह एक वायरल वीडियो में भी चर्चा में आया था। एक इलेक्ट्रॉनिक प्रेस क्लब संस्था ने चमनगंज में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। 

इसमें बतौर मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी शामिल हुए थे। आईपीएस के जाने के बाद गैंगस्टर शाहिद पिच्चा का स्वागत किया गया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपियों को चिन्हित किया था।

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