मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी पर अलीगढ़ में मुस्लिम धर्मगुरु क्या बोले…जानिए

अलीगढ़। जिले के कलेक्ट्रेट में मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों व धर्म गुरुओं ने एसीएम अंजुम बी को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की एटीएस ने गैरकानूनी ढंग से मौलाना को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही जबरन धर्मांतरण का झूठा आरोप लगाकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इस कार्रवाई …

अलीगढ़। जिले के कलेक्ट्रेट में मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों व धर्म गुरुओं ने एसीएम अंजुम बी को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की एटीएस ने गैरकानूनी ढंग से मौलाना को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही जबरन धर्मांतरण का झूठा आरोप लगाकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

इस कार्रवाई से इस्लाम व मुस्लिम समाज के खिलाफ बढ़ती नफरत का नतीजा मानते हैं। राज्य में सत्ताधारी राजनीतिक पार्टी की एक राजनीतिक साजिश के रूप में इस घटना को जोड़कर देखा जा रहा है। ज्ञापन देते हुए मांग की गई है कि मौलाना कलीम सिद्धकी पर लगाया गया मुकदमा वापस हो, उन्हें तुरंत रिहा किया जाए।

बता दें कि ग्‍लोबल पीस सेंटर और जमीयत-ए-वलीउल्‍लाह के अध्‍यक्ष मौलाना कलीम सिद्दकी को यूपी एटीएस ने अवैध धर्मांतरण और हवाला फंडिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। यहां उन्हें मेरठ से गिरफ्तार किया गया है। मौलाना कलीम मुजफ्फरनगर के रतनपुरी क्षेत्र के प्रसिद्ध मदरसे के प्रबंधक भी हैं। सूत्रों का दावा है कि मौलाना ने अभिनेत्री सना खान का निकाह भी करवाया था।

यूपी एटीएस ने इसके पहले देश व्‍यापापी धर्मांतरण का सिंडिकेट चलाने का खुलासा किया था। इस मामले में मुफ्ती काजी और उमर गौतम को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि उन दोनों का मौलाना कलीम सिद्दकी से कनेक्‍शन था। मौलाना कलीम सिद्दकी पर आरोप है कि वह मदरसों की आड़ में अवैध धर्मांतरण के लिए फंडिंग कराने में शामिल थे। धर्मांतरण कराने को लेकर हवाला कारोबार से भी रकम आई थी।

मामले का खुलासा करते हुए यूपी एटीएस ने धर्मांतरण के लिए इस्‍तेमाल किया जाने वाला इलेक्‍ट्रानिक कंटेंट मटेरियल और लिखा हुआ साहित्‍य भी बतौर सबूत पेश किया। इसके पहले गिरफ्तार उमर गौतम को जिन ट्रस्‍ट से फंडिंग की गई थी। उन्‍हीं ट्रस्‍टों से मौलाना कलीम सिद्दकी को भी रकम भेजी गई। कुल तीन करोड़ रुपए की फंडिंग के सबूत मिले हैं। इनमें से डेढ़ करोड़ रुपए बहरीन से भेजे गए थे।

अचानक गाय‍ब हो गए थे मौलाना

बुधवार को मौलाना कलीम का अचानक कई घंटे से मोबाइल फोन बंद होने और उनकी कोई लोकेशन नहीं मिलने से हड़कंप मच गया था। उनके साथ चार लोग और भी थे।
मौलाना कलीम के जानकार मौलाना इदरीश का कहना है कि दिल्ली से वह फुलत मदरसे में आने के लिए निकले थे। रास्ते में वह मेरठ में एक निजी निमंत्रण पर पहुंचे थे और वहां से रवाना होने के कुछ देर बाद से उनका मोबाइल फोन बंद था, उनके ड्राइवर का फोन भी बंद था।