1- झपकी
झपकी लेना दुनियाभर में सदियों से चला आ रहा एक रिवाज है। कुछ लोग इसे विलासिता भोग के रूप में देखते हैं जबकि अन्य इसे मुस्तैद तथा तंदरुस्त बने रहने के तरीके के रूप में देखते हैं। लेकिन झपकी के फायदे के साथ-साथ नुकसान भी हो सकते हैं।
झपकी लेना दुनियाभर में सदियों से चला आ रहा एक रिवाज है। कुछ लोग इसे विलासिता भोग के रूप में देखते हैं जबकि अन्य इसे मुस्तैद तथा तंदरुस्त बने रहने के तरीके के रूप में देखते हैं। लेकिन झपकी के फायदे के साथ-साथ नुकसान भी हो सकते हैं।
नींद कैसे स्वास्थ्य पर असर डालती है। प्रशिक्षण में नींद के सभी पहलू शामिल थे, खासतौर से सोते वक्त सांस लेने में दिक्कत और नींद से जुड़े गतिशीलता संबंधी विकार। दोपहर के वक्त 20 से 30 मिनट की झपकी असंख्य तरीकों से फायदेमंद हो सकती है।
एक अध्ययन के अनुसार झपकी के कई फायदे हैं। छोटी-सी झपकी से मानसिक स्वास्थ्य और याददाश्त के साथ ही मुस्तैदी, ध्यान और प्रतिक्रिया देने के समय में भी सुधार आता है। इसका संबंध उत्पादकता और रचनात्मकता से भी है। चूंकि झपकी से रचनात्मक सोच में सुधार आता दिखायी देता है।
तीस मिनट से अधिक की झपकी नींद की जड़ता भी हो सकती है जिसमें नींद से जागने के बाद भी मनोदशा ठीक नहीं रहती है। आमतौर पर जितनी लंबी झपकी होगी, उतना ही नींद की जड़ता पर काबू पाना मुश्किल होगा। इससे आधे घंटे तक संज्ञानात्मक हानि हो सकती है।