1- artificial intelligence

AI के जनक जॉन मैकार्थी के अनुसार AI बुद्धिमान मशीनों, विशेष रूप से बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान और अभियांत्रिकी है अर्थात् यह मशीनों द्वारा प्रदर्शित की गई इंटेलिजेंस है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर साइंस का एक सब-डिवीजन है और इसकी जड़ें पूरी तरह से कंप्यूटिंग सिस्टम पर आधारित हैं।

2- विश्व आर्थिक मंच की रिपोर्ट

भारत में कृत्रिम मेधा (एआई) और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर कृषि क्षेत्र की तस्वीर बदली जा सकती है। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है। तेलंगाना सरकार के सहयोग से क्रियान्वित की जा रही सागु बागू (तेलुगू भाषा में कृषि उन्नति) योजना के पहले चरण की रिपोर्ट डब्ल्यूईएफ ने जारी की।

3- कृषि क्षेत्र में AI का इस्तेमाल

कृषि प्रौद्योगिकी सेवाओं में एआई-आधारित परामर्श, मृदा परीक्षण, उत्पादन गुणवत्ता परीक्षण और ई-कॉमर्स शामिल है। ये सभी परियोजना के प्रारंभिक चरण में हैं। राज्य सरकार की इस योजना के दूसरे चरण में (2023 से) तीन जिलों में 20,000 मिर्च और मूंगफली के किसानों तक मौजूदा तथा अतिरिक्त कृषि तकनीक सेवाओं को पहुंचाना है।

4- किसानों का फायदा

सरकारों को उनके स्थानीय कृषि प्रौद्योगिकी परिवेश को सक्षम बनाने और छोटे किसानों का उत्थान करने में अहम भूमिका निभाने में सहायता प्रदान सकती है। डब्लयूईएफ ने इस परियोजना को कृषि मूल्य श्रृंखला में बदलाव के लिए मिसाल बताते हुए कहा कि प्रशासनिक एवं नीतिगत समर्थन और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के जरिये किसानों के लिये कृषि प्रौद्योगिकी आपूर्ति सेवाओं को सुगम बनाकर कृषि मूल्य श्रृंखला में महत्वपूर्ण बदलाव लाया जा सकता है।