प्राचीन में सबसे ज्यादा मशहूर थे ये खेल, जानें इतिहास

प्राचीन में सबसे ज्यादा मशहूर थे ये खेल, जानें इतिहास

सबसे प्राचीन खेल: ऐसे बहुत सारे खेल हैं जिनका जन्मदाता देश भारत है, जैसे सांप-सीढ़ी, शतरंज, गंजिफा (ताश), रथ दौड़, बैलगाड़ियों की दौड़, नौका की दौड़, धनुर्विद्या, तलवारबाजी, घुड़सवारी, मल्ल-युद्ध, कुश्ती, तैराकी, भाला फेंक आदि। गौतम बुद्ध स्वयं सक्षम धनुर्धर थे और रथ दौड़, तैराकी तथा गोला फेंकने आदि की स्पर्द्धाओं में भाग ले चुके …

सबसे प्राचीन खेल: ऐसे बहुत सारे खेल हैं जिनका जन्मदाता देश भारत है, जैसे सांप-सीढ़ी, शतरंज, गंजिफा (ताश), रथ दौड़, बैलगाड़ियों की दौड़, नौका की दौड़, धनुर्विद्या, तलवारबाजी, घुड़सवारी, मल्ल-युद्ध, कुश्ती, तैराकी, भाला फेंक आदि। गौतम बुद्ध स्वयं सक्षम धनुर्धर थे और रथ दौड़, तैराकी तथा गोला फेंकने आदि की स्पर्द्धाओं में भाग ले चुके थे। ‘विलास-मणि-मंजरी’ ग्रंथ में त्र्युवेदाचार्य ने इस प्रकार की घटनाओं का उल्लेख किया है।

निम्न खेलों के अलावा छिपा-छई, पिद्दू, चर-भर, शेर-बकरी, अस्टा-चंगा, चक-चक चालनी, समुद्र पहाड़, दड़ी दोटा, गो, किकली (रस्सी कूद), मुर्ग युद्ध, बटेर युद्ध, अंग-भंग-चौक-चंग, गोल-गोल धानी, सितौलिया, अंटी-कंचे, पकड़म-पाटी, गिल्ली-डंडा, पतंगबाजी आदि सैकड़ों खेल हैं जिनमें से कुछ का अब अंग्रेजीकरण कर दिया गया है।

उपरोक्त में से 4 मनोरंजक खेलों का प्राचीन ग्रंथों में उल्लेख मिलता है। ये खेल हैं- शतरंज (चतुरंग), चौपड़-पांसा, गेंद फेंक और कुश्ती। महाभारत में जिक्र है कि कृष्ण अपने साथियों के साथ यमुना किनारे फुटबॉल खेलते थे। रामायण काल में हनुमान और महाभारत काल में भीम का अपने साथियों के साथ कुश्ती लड़ने का जिक्र आता है।

अखाड़ों का इतिहास लगभग 2500 ईपू से ताल्लुक रखता है, लेकिन अखाड़े 8वीं सदी से अस्तित्व में आए, जब आदिशंकराचार्य ने महानिर्वाणी, निरंजनी, जूना, अटल, आवाहन, अग्नि और आनंद अखाड़े की स्थापना की। बाद में छत्रपति शिवाजी के गुरु ने देशभर के अखाड़ों का पुनर्जागरण किया।

सिन्धु घाटी के नगरों में चौपड़-पांसों के खेल के पट्टे इत्यादि मिले हैं। पांसों की गोटें बड़े पत्थरों की बनी होती थीं। जुए के खेल, पांसे आदि के पट्टे प्राचीन नगरों के खंडहरों से भी मिले हैं जिससे उस खेल की लोकप्रियता प्रकट है। महाभारत में कौरव और पांडवों के बीच यह खेल हुआ था जिसके चलते युद्ध की नौबत आ गई थी।

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