सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर व ग्रामीणों के बीच हुई नोंकझोंक, दिखाया गांव के बाहर का रास्ता

सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर व ग्रामीणों के बीच हुई नोंकझोंक, दिखाया गांव के बाहर का रास्ता

गाजीपुर। समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ मिल कर पिछला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को मंगलवार अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकान बनना पड़ा जब उनके विधानसभा क्षेत्र जहुराबाद में ग्रामीणों ने ‘वापस जाओ वापस जाओ’ नारे के साथ गांव से बाहर निकाल …

गाजीपुर। समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ मिल कर पिछला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को मंगलवार अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकान बनना पड़ा जब उनके विधानसभा क्षेत्र जहुराबाद में ग्रामीणों ने ‘वापस जाओ वापस जाओ’ नारे के साथ गांव से बाहर निकाल दिया।

घटना से हतप्रभ श्री राजभर ने जिला प्रशासन को सूचना देते हुए स्वयं पर हमले के कोशिश की बात कही, वहीं ग्रामीणों ने कहा कि सुभासपा प्रमुख को उन्होने खदेड़ा है। गौरतलब हो कि विधानसभा चुनाव के दौरान ओमप्रकाश राजभर द्वारा मंच से भाजपा का खदेड़ा होबे जैसे चुटकी लेते हुए लगातार भाषण दिया जा रहा था। इस घटना के बाद लोगों ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर का खदेड़ा हुआ है।

पुलिस के अनुसार ओपी राजभर अपने निर्वाचन क्षेत्र जहुराबाद विधान सभा क्षेत्र के गौसलपुर मनराजपुर गांव में अपने कार्यकर्ता रामआशीष राजभर के घर शोक संवेदना जताने गए थे। ओपी राजभर को गांव में आता देखकर गौसलपुर में 20-25 की संख्या में ग्रामीण एकजुट हुए और नारेबाजी करते हुए रामआशीष राजभर के दरवाजे पहुंच गए और ओमप्रकाश राजभर खदेड़ा होबे, ओमप्रकाश राजभर वापस जाओ जैसे नारे लगाए।

ग्रामीणों का आरोप था कि अपने पूर्व के कार्यकाल के साथ ही इस बार भी ओमप्रकाश राजभर प्रायः नदारद रहे और जनहित के किसी कार्य में इनकी कोई रुचि नहीं है। केवल किसी के निधन के बाद ही कभी-कभी शोक संवेदना करने आते हैं। ऐसे में आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा ओमप्रकाश राजभर का खदेड़ा किया गया।

वहीं ओमप्रकाश राजभर ने स्थानीय प्रशासन को सूचना देने के साथ ही सोशल मीडिया पर भाजपा के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली ।
ओमप्रकाश राजभर ने नारेबाजी करने वालों को भाजपा का कार्यकर्ता बताते हुए अपने ऊपर हमले का प्रयास बताया है। इस दौरान सुभासपा कार्यकर्ता ओपी राजभर की ढाल बने और उन्हें अपने घेरे में लेकर गांव के बाहर सुरक्षित निकालकर हाईवे तक पहुंचाया।
राजभर ने एसपी, एडीजी, यूपी पुलिस कंट्रोल रूम समेत सभी को घटना की सूचना दी।

सुभासपा कार्यकर्ता व ग्रामीणों में धक्कामुक्की के बाद भिड़ंत हो गई। इसके बाद ओपी राजभर को सुरक्षित रूप से गांव से बाहर ले जाया गया। सूचना पाकर सीओ रविंद्र वर्मा और करीमुद्दीनपुर पुलिस मौके पर पहुंचे और पूर्व मंत्री से घटना की जानकारी ली। पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर की तहरीर के आधार पर पुलिस आक्रोशित ग्रामीणों को चिन्हित करते हुए उनकी तलाश में जुट गई हैं।

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