memories

ताने-बाने में बसी कला और संस्कृति

सांस्कृतिक रूप से समृद्ध जनपद अमरोहा उत्तर प्रदेश का एक ऐसा नगर है, जो भौगोलिक नक़्शे पर भले ही बहुत बड़ा नहीं है। परंतु इसकी स्मृतियों, साहित्यिक व सांस्कृतिक धरोहरों की गहराइयां इतनी विराट हैं कि वहां से निकले लोग...
विशेष लेख  रंगोली 

कैसे सामूहिक स्मृतियाँ संघर्षों को बढ़ावा देती हैं... चाहे तथ्यात्मक हों या मनगढ़ंत

लंदन। जब युवाओं के एक समूह ने 26 अप्रैल, 2007 की शाम को तेलिन, एस्टोनिया में दुकानों और इमारतों पर हमला किया तो इससे दो दिनों तक नागरिक अराजकता रही। इसके परिणामस्वरूप एक युवक की मौत हो गई, 13 पुलिस...
विदेश  Special 

रामपुर के पानी और मिट्टी से पाकिस्तान में भरी यादों की बुनियाद

अखिलेश शर्मा, रामपुर, अमृत विचार। हम यहां जो बात कर रहे हैं यह वो लोग हैं जो आज से करीब 74 साल पहले अपने वालिद की उंगली पकड़कर विभाजन के दौरान पाकिस्तान चले गए थे। इनमें तब कोई 14 साल का था, कोई 17-18 साल का रहा होगा। अब ज्यादातर रिटायरमेंट के बाद तंजीम अवाम-ए-रामपुर …
उत्तर प्रदेश  बरेली 

पितृपक्ष पर विशेष: आशीर्वाद पिता का…

खत्म हुआ सब मेला ठेला शाम हुई जब हुआ अकेला स्मृतियों से छनकर के तब चेहरा आता याद पिता का। तुम क्या गए कि निपट अकेला ज्यों मेले में छूट गया मैं एक खिलौना मिट्टी जैसा टुकड़े टुकड़े टूट गया मैं, एकाकीपन में होता तब फोटो से संवाद पिता का। रहे सत्य के सदा पुजारी …
साहित्य 

बरेली: 22 साल से परिवार ने संभालकर रखे शहीद की वर्दी और जूते, हौसला देती हैं यादें

बरेली, अमृत विचार। कारगिल युद्ध में भारत माता की रक्षा के लिए देश के कई वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी। इनमें मूल रूप से बिसौली के इटौआ गांव के जांबाज शहीद हरिओम सिंह का नाम भी शामिल है। उन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान 1999 को अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। आज भी …
उत्तर प्रदेश  बरेली