तीन पीढ़ियों

बरेली: अपने अंदाज, फिक्र से तीन पीढ़ियों के दिलों में ‘राहत’

बरेली, अमृत विचार। बहुत गुरूर है दरिया को अपने होने पर, जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियां उड़ जाएं…। मशहूर शायर राहत इंदौरी जब भी अपने किसी शेर को पढ़ते तो महफिल झूठ उठती थी। मंगलवार को जैसे ही उनके इंतकाल (निधन) की खबर आम हुई। सोशल मीडिया पर गम पसर गया। उनके शेर …
उत्तर प्रदेश  बरेली