Shailpriya's poems

पढ़िए जीवन के पहलू से जुड़ी शैलप्रिया की कविताएं

एक संदेश ओ दिसंबरी शाम आज तुमसे मिल लूं विदा बेला में अंतिम बार। सच है, बीता हुआ कोई क्षण नहीं लौटता। नहीं बांध सकती मैं तुम्हारे पांव। कोई नहीं रह सकता एक ठांव। फुरसत में जब कभी फुरसत में...
साहित्य