स्पेशल न्यूज

अटल विद्यालयों में ड्रोन से लेकर स्पेस साइंस तक का मिलेगा प्रशिक्षण...  मिशन मोड में होगा क्रियान्वयन, 6 महीने में सभी स्कूलों में होगी लैब
Republic Day celebration: गणतंत्र दिवस परेड में निकलेगी बुंदेलखंड की झांकी..., दिखेगा शौर्य और संस्कृति का संगम
अहमदाबाद हादसे से इंडिगो संकट तक... भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए चुनौतियों भरा रहा पूरा साल रहा 2025
वाराणसी रेंज में पहली बार शुरू हुई व्हाट्सएप ‘बॉट’ सेवा, अब गुमनाम तरीके से दें अपराध की खबर
लखनऊ विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक उपलब्धि: तंजानिया के शोधार्थी को भारत-तंजानिया माध्यमिक शिक्षा पर रिसर्च के लिए मिली पहली अंतरराष्ट्रीय PhD

सहित्य

Nirmal Verma: निर्मल वर्मा की कहानी 'कव्वे और काला पानी' से चुनिंदा कोट्स

ज्योंही कोई व्यक्ति हमें छोड़कर चला जाता है, हम उसे अतीत में फेंक कर बदला चुका लेते हैं। बिना यह जाने कि वह अब भी मौजूद है, जीवित है अपने वर्तमान में जी रहा है लेकिन हमारे समय से बाहर...
साहित्य 

'इमरोज तुम मेरी जिंदगी की शाम में क्यों मिले, दोपहर में क्यों नहीं'

अमृता प्रीतम ने अपनी आत्मकथा 'रसीदी टिकट' में साहिर लुधियानवी के अलावा अपने और इमरोज़ के बीच के आत्मिक रिश्तों को भी  बेहतरीन ढंग से क़लमबंद किया। इस किताब में अमृता ने अपनी ज़िंदगी कई परतों को खोलने की कोशिश...
साहित्य 

आज का शब्द: निरोग और नरेश सक्सेना की कविता ‘नीम की पत्तियां’

हिंदी हैं हम शब्द-श्रृंखला में आज का शब्द है निरोग जिसका अर्थ है 1. जिसे कोई रोग न हो; स्वस्थ। कवि नरेश सक्सेना ने अपनी कविता नीम की पत्तियां में इस शब्द का प्रयोग किया है। कितनी सुन्दर होती हैं पत्तियाँ नीम की ये कोई कविता क्या बताएगी जो उन्हें मीठे दूध में बदल देती …
साहित्य