मुसहर

भुखमरी अब इतिहास, मुसहर बस्तियों में भी त्योहार का उल्लास

अमृत विचार, कुशीनगर/गोरखपुर। मुसहर बस्तियों में कभी नियति का नाम रही भुखमरी अब इतिहास की बात है। कभी पेट भरने के लिए मूस (चूहा) पकड़ने और घर के नाम पर टूटी मड़ई में रहने को मजबूर मुसहर भी सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं से त्योहार के उल्लास में सराबोर नजर आते हैं। इस …
उत्तर प्रदेश  गोरखपुर