Ritu Goriyal Poem
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... फिर भी जिया जाएगा माला के आखिरी मनके के गिने जाने तक : ऋतु गोड़ियाल
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By Himanshu Bhakuni
एक दिन सब टूट जाएगा, सपने, दिल, रिश्ता और सबसे आख़िर में ये सांसें.इन सब में सबसे कम दर्द जिस्म से रूह के अलग हो जाने पर होगा, और असहनीय पीड़ा रहेगी दिल टूटने की, जहां मर जाने पर...
मां…तुम बहुत याद आती हो : ऋतु गोड़ियाल
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By Amrit Vichar
मां…तुम बहुत याद आती हो, सुबह उठते ही भीगे तकिये में, मेरी सूजी हुई लाल आंखों में, मां तुम बहुत याद आती हो। तुम्हारी कही बातें एकाएक सच होने लगी हैं, वो नसीहतें जो बोर हुआ करती थीं, अब मेरे जीवन का हिस्सा हो चली हैं, धीरे बोलो कम बोलो ये सब, काम आने लगा …
