Gumsum
साहित्य 

पथ सूना है… तुम हो हम हैं… आओ बात करें।

पथ सूना है… तुम हो हम हैं… आओ बात करें। पथ सूना है, तुम हो हम हैं, आओ बात करें। गुमसुम-गुमसुम-सा है मन, आंखें खोयी-खोयी दिशा-दिशा चुप्पियों बीच लगती सोयी-सोयी देखी गई हवाएं थम हैं, आओ बात करें। अपनी-अपनी गठरी ले क्या अलग-अलग चलना खोल कहीं दो पल हंस लेना, फिर घंटों जलना खुशियां थोड़ी ढेरों गम हैं, आओ बात करें। कहते-कहते सुनते-कहते दिन कट …
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