Shradh Paksha

पीलीभीत: 51 परिवारों ने नहीं सुधारी भूल, मुक्तिधाम समिति ने कराया तर्पण..विधि विधान से सिराहे फूल

पीलीभीत, अमृत विचार: भौतिकतावादी समाज में रिश्तों की अहमियत खत्म होती जा रही है। दुनिया से जुदा हुए तो उसकी यादें भी धुंधली होने लगीं। श्राद्ध पक्ष की शुरुआत के बाद जहां एक तरफ पितरों का पूजन चल रहा है।...
उत्तर प्रदेश  पीलीभीत 

हल्द्वानी: महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय ने कालीचौड़ मंदिर में रोपे पौधे

हल्द्वानी, अमृत विचार। श्री महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय देवलचौड़ की ओर से श्राद्ध पक्ष में कालीचौड़ के जंगलों में फलदार पौधे रोपे गए। प्राचार्य डॉ. नवीन चन्द्र जोशी ने बताया कि वर्ष 2008 से लगातार पितृपक्ष में पितरों की स्मृति में जंगलों में पौधे लगाते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जंगली जानवर को जंगल …
उत्तराखंड  हल्द्वानी 

उत्तराखंड: ब्रह्मकपाल तीर्थ जहां भगवान शिव को ब्रह्म हत्या और पांडवों को मिली थी गोत्र हत्या से मुक्ति, यहां पिंडदान करना बड़ा फलदायी

चमोली, अमृत विचार। हिंदू धर्म में पितरों का विधि विधान से पिंडदान करने की अनूठी परंपरा है। यही वजह है कि श्राद्ध पक्ष में लोग अपने दिवंगत माता पिता और पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं। देवभूमि उत्तराखंड के बदरीनाथ धाम के पास स्थित ब्रह्मकपाल तीर्थ एक ऐसा पावन स्थान है जहां देश-दुनिया से लोग पितरों …
धर्म संस्कृति  चमोली