विदेशी दासता

महान देशभक्त टीपू सुल्तान ने महज 49 साल की उम्र में दी थी शहादत, जानें उनकी सैन्य सूझ-बूझ और शासन कौशलता की कहानी

टीपू सुल्तान का जीवन एक युवा की विदेशी दासता से मुक्ति संघर्ष के सिवा क्या है? टीपू सुल्तान के नायकत्व पर कभी कोई विवाद रहा ही नहीं। संसद के केन्द्रीय कक्ष में लगा उनका चित्र, आजादी के बाद ही उनके नायकत्व को स्वीकार करना बताता है। अंग्रेजों ने भी टीपू की अहमियत को स्वयं स्वीकार …
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