स्पेशल न्यूज
State dependent
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
‘रीतिकाल के राज्याश्रित महाकवि बिहारी के दोहे का परिचय’
Published On
By Amrit Vichar
महाकवि बिहारी की गणना रीतिकाल के राज्याश्रित कवियों में ही की जाती है। महाराज जयसिंह के दरबार में थे ही, किन्तु राजा के मन में उनका सम्मान इतना था कि जब राजा एक नयी-नवेली रानी के साथ राजकाज से भी विरत हो गये, तो बिहारी ने पहले बड़ी रानी से चिंता प्रकट की फिर उनकी …
