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Republic Day celebration: गणतंत्र दिवस परेड में निकलेगी बुंदेलखंड की झांकी..., दिखेगा शौर्य और संस्कृति का संगम
अहमदाबाद हादसे से इंडिगो संकट तक... भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए चुनौतियों भरा रहा पूरा साल रहा 2025
वाराणसी रेंज में पहली बार शुरू हुई व्हाट्सएप ‘बॉट’ सेवा, अब गुमनाम तरीके से दें अपराध की खबर
लखनऊ विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक उपलब्धि: तंजानिया के शोधार्थी को भारत-तंजानिया माध्यमिक शिक्षा पर रिसर्च के लिए मिली पहली अंतरराष्ट्रीय PhD

Mahakavi Bihari

‘रीतिकाल के राज्याश्रित महाकवि बिहारी के दोहे का परिचय’

महाकवि बिहारी की गणना रीतिकाल के राज्याश्रित कवियों में ही की जाती है। महाराज जयसिंह के दरबार में थे ही, किन्तु राजा के मन में उनका सम्मान इतना था कि जब राजा एक नयी-नवेली रानी के साथ राजकाज से भी विरत हो गये, तो बिहारी ने पहले बड़ी रानी से चिंता प्रकट की फिर उनकी …
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