हरिशंकर परसाई

भारत को चाहिए जादूगर और साधु…

हर 15 अगस्त और 26 जनवरी को मैं सोचता हूं कि साल-भर में कितने बढ़े। न सोचूं तो भी काम चलेगा-बल्कि ज़्यादा आराम से चलेगा। सोचना एक रोग है, जो इस रोग से मुक्त हैं और स्वस्थ हैं, वे धन्य हैं। यह 26 जनवरी 1972 फिर आ गया। यह गणतंत्र दिवस है, मगर ‘गण’ टूट …
साहित्य 

प्रेम-पत्र और हेडमास्टर…

गुरु लोगों से मैं अभी भी बहुत डरता हूं। उनके मामलों में दखल नहीं देता। पर मेरे सामने पड़ी अख़बार की यह ख़बर मुझे भड़का रही है। ख़बर है-एक लड़का रोज़ एक प्रेम-पत्र लिखता था। वे हेडमास्टर के हाथ पड़ गए। उन्होंने उसे स्कूल से निकाल दिया। संवाददाता ने लिखा है-हेडमास्टर साहब के इस नैतिक …
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