स्पेशल न्यूज

अटल विद्यालयों में ड्रोन से लेकर स्पेस साइंस तक का मिलेगा प्रशिक्षण...  मिशन मोड में होगा क्रियान्वयन, 6 महीने में सभी स्कूलों में होगी लैब
Republic Day celebration: गणतंत्र दिवस परेड में निकलेगी बुंदेलखंड की झांकी..., दिखेगा शौर्य और संस्कृति का संगम
अहमदाबाद हादसे से इंडिगो संकट तक... भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए चुनौतियों भरा रहा पूरा साल रहा 2025
वाराणसी रेंज में पहली बार शुरू हुई व्हाट्सएप ‘बॉट’ सेवा, अब गुमनाम तरीके से दें अपराध की खबर
लखनऊ विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक उपलब्धि: तंजानिया के शोधार्थी को भारत-तंजानिया माध्यमिक शिक्षा पर रिसर्च के लिए मिली पहली अंतरराष्ट्रीय PhD

सुभद्रा कुमारी चौहान

बहराइच: सुभद्रा कुमारी चौहान के जीवन पर आधारित बाल महोत्सव का आयोजन होगा कल

बहराइच। महाराजा सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज परिसर में रविवार को भारतेंदु नाट्य अकादमी और जन सांस्कृतिक एवम सामाजिक विकास संस्थान की ओर से आयोजित होने वाले बाल नाट्य प्रस्तुति अब रविवार को आयोजित होगा। इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की शुक्रवार को भाषण के दौरान गोली मारकर …
उत्तर प्रदेश  बहराइच 

दो साथी..

आनन्द और विनय दोनों, बचपन के साथी थे। प्रायमरी पाठशाला से लेकर हाई स्कूल तक दोनों ने साथ-साथ पढ़ा था। अब साथ ही-साथ दोनों कॉलेज में आये थे। दोनों में गाढ़ी मैत्री थी। परन्तु, साथ- ही-साथ विचार विभिन्नता भी काफी मात्रा में थी। दोनों का स्वभाव बिलकुल भिन्न था-आनन्द पूर्व तो विनय पश्चिम। आनन्द अपने …
साहित्य 

वेश्या की लड़की…

छाया, प्रमोद की सहपाठिनी थी. प्रमोद, नगर के एक प्रतिष्ठित और कुलीन ब्राह्मण परिवार का लड़का था। और छाया? छाया थी नगर की एक प्रसिद्ध नर्तकी की इकलौती कन्या। नगर में एक बहुत बड़ा राधाकृष्ण का मंदिर था, जहां न जाने कितना सदाव्रत रोज़ बंट जाता था; सैकड़ों साधु-संत मंदिर में पड़े-पड़े भगवद्भजन करते, मनमाना …
साहित्य 

दो सखियां…

मालिन क्यारियों को निरा रही थी। ऊपर से रग्घू ने आकर कहा-ऊपर जा बाई साहब बुला रही हैं। मालिन घबराई। सबेरे ही सबेरे बाई साहब ने बुलाया है कोई अपराध तो नही हो गया है। वह हाथ की खुरपी भी रखना भूल गई। क्षण भर में हाथ में खुरपी लिए बाई साहब के सामने जा …
साहित्य 

वीरों का कैसा हो वसंत…

आ रही हिमालय से पुकार है उदधि गरजता बार बार प्राची पश्चिम भू नभ अपार सब पूछ रहें हैं दिग-दिगन्त वीरों का कैसा हो वसंत फूली सरसों ने दिया रंग मधु लेकर आ पहुंचा अनंग वधु वसुधा पुलकित अंग अंग है वीर देश में किन्तु कंत वीरों का कैसा हो वसंत भर रही कोकिला इधर …
साहित्य