कल्पनाजीवी
इतिहास 

रमाकांत नीलकंठ-नेहरू और दुनियादारी

रमाकांत नीलकंठ-नेहरू और दुनियादारी कवि आमतौर पर कल्पनाशील ही नहीं कल्पनाजीवी भी होता है। नेहरू कवि न होकर भी कल्पनाशील और कल्पनाजीवी थे। कल्पनाशील कम कल्पनाजीवी ज्यादा। साहित्यिक प्रतिभा का पुट तो उनमें था ही अन्यथा जो किताबें उन्होंने लिखी हैं उसे लिखते कैसे ! वह गांधी जी की तरह चिन्तनशील और आचरणवादी नहीं थे। गांधी जी की दृष्टि …
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