स्पेशल न्यूज
Imaginative
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
रमाकांत नीलकंठ-नेहरू और दुनियादारी
Published On
By Amrit Vichar
कवि आमतौर पर कल्पनाशील ही नहीं कल्पनाजीवी भी होता है। नेहरू कवि न होकर भी कल्पनाशील और कल्पनाजीवी थे। कल्पनाशील कम कल्पनाजीवी ज्यादा। साहित्यिक प्रतिभा का पुट तो उनमें था ही अन्यथा जो किताबें उन्होंने लिखी हैं उसे लिखते कैसे ! वह गांधी जी की तरह चिन्तनशील और आचरणवादी नहीं थे। गांधी जी की दृष्टि …
