स्पेशल न्यूज

भारत के शौर्य प्रतीकों में शामिल होंगी तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी, पीएम मोदी करेंगे राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल का उद्घाटन
2025 में बॉलीवुड पर छाए ये सितारे: खान-कपूर नहीं, इनकी एक्टिंग ने मचाया धमाल
प्रीपेड कनेक्शन फिर भी बना दिया हजारों का बकायेदार... पावर कारपोरेशन कर्मियों की कारगुजारी पड़ रही उपभोक्ताओं पर भारी
यूपी बनेगा भारत का सेमीकंडक्टर हब: OSAT यूनिट से मिलेगी रफ्तार, HCL-फॉक्सकॉन की 3706 करोड़ की मेगा परियोजना होगी ग्राउंड पर
नए साल में यूपी के युवाओं के लिए बंपर खुशखबरी: 1.5 लाख सरकारी नौकरियां आने वाली हैं, योगी सरकार ने बनाया रिकॉर्ड तोड़ प्लान

Imaginative

रमाकांत नीलकंठ-नेहरू और दुनियादारी

कवि आमतौर पर कल्पनाशील ही नहीं कल्पनाजीवी भी होता है। नेहरू कवि न होकर भी कल्पनाशील और कल्पनाजीवी थे। कल्पनाशील कम कल्पनाजीवी ज्यादा। साहित्यिक प्रतिभा का पुट तो उनमें था ही अन्यथा जो किताबें उन्होंने लिखी हैं उसे लिखते कैसे ! वह गांधी जी की तरह चिन्तनशील और आचरणवादी नहीं थे। गांधी जी की दृष्टि …
इतिहास