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2025 में बॉलीवुड पर छाए ये सितारे: खान-कपूर नहीं, इनकी एक्टिंग ने मचाया धमाल
प्रीपेड कनेक्शन फिर भी बना दिया हजारों का बकायेदार... पावर कारपोरेशन कर्मियों की कारगुजारी पड़ रही उपभोक्ताओं पर भारी
यूपी बनेगा भारत का सेमीकंडक्टर हब: OSAT यूनिट से मिलेगी रफ्तार, HCL-फॉक्सकॉन की 3706 करोड़ की मेगा परियोजना होगी ग्राउंड पर
नए साल में यूपी के युवाओं के लिए बंपर खुशखबरी: 1.5 लाख सरकारी नौकरियां आने वाली हैं, योगी सरकार ने बनाया रिकॉर्ड तोड़ प्लान

आस्था का केंद्र

उत्तराखंड: इस चोटी को आज तक फतह नहीं कर सका कोई पर्वतारोही, चार धर्मों की आस्था का केंद्र है यह स्थान

हल्द्वानी, अमृत विचार। देश-दुनिया में ऐसे कई पर्वतारोही हैं जिन्होंने अपनी हिम्मत और जुनून के दम पर पर्वत शिखरों को छुआं है। 8848 मीटर की ऊंचाई वाली दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को अब तक करीब 7 हजार से अधिक पर्वतारोही फतह कर चुके हैं। लेकिन आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि …
उत्तराखंड  Tourism 

उत्तराखंड के पांच मंदिर जहां मन्नत लेकर पहुंचते हैं प्रधानमंत्री से लेकर बॉलीवुड स्टार्स

देवभूमि उत्तराखंड के कण-कण में देवों का वास है। यहां के पवित्र धामों की महिमा न केवल देश बल्कि विदेशों तक भी फैली हुई है। यही वजह है कि इन मंदिरों के दर्शन के लिए साल भर देश-दुनिया से श्रद्धालु पहुंचते हैं। इन मंदिरों के दर्शन करने के उपरांत श्रद्धालु न केवल मन की शांति …
धर्म संस्कृति 

कागभुशंडी ताल, आस्था का केंद्र… यहां सबसे पहले सुनी गई थी रामायण की कथा

देवभूमि उत्तराखंड के चमोली जिले का एक ऐतिहासिक और धार्मिक नगर है जोशीमठ, यहां सनातन संस्कृति के दीदार के साथ ही पवित्र शक्तिपीठों के दर्शन होते हैं। जोशीमठ के पास कांकुल दर्रे से करीब 4730 मीटर की ऊंचाई पर पवित्र कागभुशंडी ताल है। कागभुशंडी झील हिमालयी क्षेत्र की सबसे ऊंची झीलों में से एक है। …
धर्म संस्कृति 

नदी के बीचों बीच टीले में बसा है चमत्कारी शक्तिपीठ, जहां कभी शेर किया करते थे परिक्रमा

देवभूमि उत्तराखंड में ऐसे अनगिनत शक्तिपीठ हैं जिनमें देश-दुनिया के श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी है। ऐसा ही एक चमत्कारी धाम नैनीताल जिले के रामनगर से करीब 15 किलोमीटर दूर सुंदरखाल गांव में स्थित है देवी का यह भव्य मंदिर, जो एक छोटे से टीले पर स्थापित है। माता का यह मंदिर कार्बेट नेशनल पार्क से …
धर्म संस्कृति 

उत्तराखंड का ऐसा धाम, जहां खुलते हैं बंद किस्मत के ताले, एप्पल और फेसबुक के मालिक भी पहुंचे थे यहां

भारत का आध्यात्मिक ज्ञान सदियों से देश- दुनिया के लिए आकर्षण और जिज्ञासा का केंद्र रहा है। भारत के संतों की महिमा भी अपरंपार है। यही वजह है कि देश के ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग संतों के दरबार और शक्तिपीठों में सिर नवाने पहुंचते हैं। ऐसा ही एक धाम है उत्तराखंड का …
धर्म संस्कृति 

उत्तराखंड: ऐसा शक्तिपीठ जहां खेला जाता है पाषाण युद्ध, धरती होती है रक्त से लाल

हल्द्वानी, अमृत विचार। देवभूमि उत्तराखंड को भगवान का अपार आशीर्वाद प्राप्त है। यहां मौजूद देवों के मंदिर और शक्तिपीठ बरबस ही देश-दुनिया के लोगों को अपनी ओर खींचते हैं। ऐसा ही एक अद्भुत और चमत्कारिक धाम मां बाराही का भी है। बाराही मंदिर उत्तराखंड के लोहाघाट नगर से 60 किलोमीटर दूर स्थित है। यह शक्तिपीठ …
उत्तराखंड  हल्द्वानी  धर्म संस्कृति 

नैनीताल की वादियों में बसा है हनुमानगढ़ी मंदिर, जहां नीबकरौरी महाराज ने पानी को बना दिया था घी

हल्द्वानी, अमृत विचार। नैनीताल की खूबसूरत वादियों के बीच और समुद्र तल से 1951 मीटर की ऊंचाई पर बसे हनुमान मंदिर को हनुमान गढ़ी के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि हनुमान जी के इस मंदिर में आने वाले हर श्रद्धालु की मनोकामना पूरी होती है। इस मंदिर का निर्माण बाबा नीब करौरी …
उत्तराखंड  नैनीताल  हल्द्वानी  धर्म संस्कृति 

उत्तराखंड: कालू सिद्ध बाबा का अनोखा मंदिर, यहां मुरादें पूरी होने पर श्रद्धालु चढ़ातें हैं गुड़

हल्द्वानी, अमृत विचार। देवभूमि उत्तराखंड में ऐसे अनगिनत सिद्ध पीठ हैं जहां की महिमा अपरंपार है। यहां की अलौकिक शक्तियां बरबस की श्रद्धालुओं को अपनी ओर छिंचती हैं। कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी के मुख्य चौराहे पर स्थित कालू सिद्ध बाबा का मंदिर भी उन्हीं सिद्ध पीठों में से एक है जहां सालभर श्रद्धालुओं का …
उत्तराखंड  हल्द्वानी  धर्म संस्कृति 

कटारमल सूर्य मंदिर: उड़ीसा के कोणार्क सूर्य मंदिर के बाद उत्तराखंड का यह मंदिर है आस्था का केंद्र

हल्द्वानी, अमृत विचार। सनातन धर्म और संस्कृति में सूर्य पूजा का विशेष महत्व है। सनातन धर्म के आदि पंच देवों में एक सूर्यदेव भी हैं। जिन्हें कलयुग का एकमात्र दृश्य देव माना जाता है। अल्मोड़ा के कटारमल मंदिर को बारा आदित्य मंदिर भी कहा जाता है। उड़ीसा के कोणार्क सूर्य मंदिर के बाद यह मंदिर …
उत्तराखंड  धर्म संस्कृति  अल्मोड़ा 

हल्द्वानी: मकर सक्रांति पर लगता है जियारानी का दरबार, कुमाऊं और गढ़वाल से जुटते हैं कत्यूरी वंशज

हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड को यूं ही देवों की स्थली नहीं कहा जाता। यहां कदम-कदम पर देवों के धाम यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बरबस ही अपनी ओर खींच लेते हैं। रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट भी उन सिद्ध पीठों में से एक है जहां साल भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा है। लेकिन मकर संक्रांति …
उत्तराखंड  हल्द्वानी  धर्म संस्कृति