यंत्र
उत्तराखंड  नैनीताल 

भीमताल: क्या आप जानते हैं इस यंत्र को...400 मी. तक की ऊंचाई में पहुंचा देता है पानी

भीमताल: क्या आप जानते हैं इस यंत्र को...400 मी. तक की ऊंचाई में पहुंचा देता है पानी भीमताल, अमृत विचार। पहले जब बिजली गांवों में या फिर हर जगह नहीं हुआ करती थी तो एक विशेष प्रकार का उपकरण प्रयोग में लाया जाता था। यह उपकरण दिन रात कार्य कर पानी को लगभग बिना किसी मोटर के...
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उत्तर प्रदेश  अयोध्या 

अयोध्या: कछुए की पीठ पर पहुंचा मोदी का दान किया ‘यंत्र’

अयोध्या: कछुए की पीठ पर पहुंचा मोदी का दान किया ‘यंत्र’ अयोध्या, अमृत विचार। संकल्प की सिद्धि के रूप में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्यता के साथ आकार ले रहा राम मंदिर नित नया इतिहास गढ़ रहा है। ऐसा ही एक इतिहास दीपोत्सव में शिरकत करने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी के परिसर में पूजन-अर्चन तथा दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम के दौरान भी बना। निर्माणाधीन गर्भगृह स्थित ताबें की पाइप …
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Uncategorized  Top News  देश  उत्तर प्रदेश 

नोएडा: ट्विन टावर ढहाने के लिए हुआ अंतिम निरीक्षण, केवल विस्फोट करने वाले यंत्र को जोड़ना बाकी

नोएडा: ट्विन टावर ढहाने के लिए हुआ अंतिम निरीक्षण, केवल विस्फोट करने वाले यंत्र को जोड़ना बाकी नोएडा। नोएडा में सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर को ढहाए जाने के लिए विस्फोटकों एवं संबंधित व्यवस्थाओं का शनिवार को अंतिम निरीक्षण किया गया। परियोजना के अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोटक लगाने और उन्हें जोड़ने का सारा काम पहले ही पूरा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि केवल …
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उत्तर प्रदेश  बरेली 

बरेली: मढ़ीनाथ से 12 लीटर अवैध शराब के साथ 65 लीटर स्प्रिट बरामद, खाली बोतल और ढक्कन सील करने का यंत्र भी मिला, एफआईआर

बरेली: मढ़ीनाथ से 12 लीटर अवैध शराब के साथ 65 लीटर स्प्रिट बरामद, खाली बोतल और ढक्कन सील करने का यंत्र भी मिला, एफआईआर बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के बरेली में आबकारी विभाग ने 65 लीटर स्प्रिट के साथ करीब 12 लीटर अवैध शराब बरामद की है। साथ ही कई खाली पव्वे, क्यूआरकोड के साथ अवैध शराब बनाने की और भी कई चीजे बरामद की है। छापेमारी से पहले ही दो आरोपी फरार हो गए। विभाग ने सुभाष …
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धर्म संस्कृति 

क्यों कहते हैं कि ‘काशी जमीन पर नहीं है, वह शिव के त्रिशूल के ऊपर है!’

क्यों कहते हैं कि ‘काशी जमीन पर नहीं है, वह शिव के त्रिशूल के ऊपर है!’ क्यों कहते हैं कि ‘काशी जमीन पर नहीं है, वह शिव के त्रिशूल के ऊपर है!’ क्योंकि काशी एक यंत्र है एक असाधारण यंत्र!! मानव शरीर में जैसे नाभि का स्थान है, वैसे ही पृथ्वी पर वाराणसी का स्थान है.. शिव ने साक्षात धारण कर रखा है इसे! शरीर के प्रत्येक अंग का संबंध नाभि …
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