Vraj Bhasha

जीतने के लिए कोई शत्रु नहीं, सभी मित्र हैं, तो यह तुलसी का राम राज्य या Ideal State है…

सूर का एक कूट पद और तुलसी का आदर्श राज्य सूरदास का (व्रज भाषा में ) एक ‘कूट’ पद देखिए: “कहत कत परदेसी की बात। मंदिर अर्ध अवधि बदि हमसों, हरि अहार चरि जात। नखत वेद ग्रह जोरि अर्ध करि, को बरजे हम खात। मघ पंचक हरि लियो सांवरो, ताते हैं अकुलात। सूरदास प्रभु बिनु …
साहित्य