रायबरेली: आस्था पर धन अभाव बनी बाधा तो छात्र ने खुद बना डाली मां दुर्गा की मूर्ति

रायबरेली: आस्था पर धन अभाव बनी बाधा तो छात्र ने खुद बना डाली मां दुर्गा की मूर्ति

रायबरेली। जिले में कक्षा नौ के एक छात्र ने वह कर दिखाया जो किसी के लिए इतना आसान नहीं था। छात्र की ओर से किए गए इस कार्य की चारों ओर प्रशंसा हो रही है। बता दें कि खीरो ब्लॉक के शिवपुरी गांव निवासी राजेन्द्र पासवान के बेटे सुमित एक निजी विद्यालय में कक्षा नौ …

रायबरेली। जिले में कक्षा नौ के एक छात्र ने वह कर दिखाया जो किसी के लिए इतना आसान नहीं था। छात्र की ओर से किए गए इस कार्य की चारों ओर प्रशंसा हो रही है।

बता दें कि खीरो ब्लॉक के शिवपुरी गांव निवासी राजेन्द्र पासवान के बेटे सुमित एक निजी विद्यालय में कक्षा नौ का छात्र है। बताया जाता है कि उनके घर के आसपास का परिवेश बेहतर नहीं है, लेकिन वह धार्मिक प्रवत्ति का है। जिसपर सुमित ने पिछले शारदीय नवरात्र में कुछ पैसों को जोड़कर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की थी और विधि विधान से माता का पूजन अर्चन किया था। बाद में गांव के लोगों ने भी सहयोग किया था।

सुमित के दिमाग में आस्था ने इस तरह से जगह बनाई कि इस बार उसने शारदीय नवरात्र में फिर से मां दुर्गा की प्रतिमा को स्थापित करने का मन बनाया। लेकिन घर में पैसे नहीं होने के कारण उसे निराशा हाथ लगी। बावजूद इसके सुमित इससे विचलित नहीं हुआ और उसने ठान लिया कि वह नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा कर उनकी प्रतिमा को स्थापित करेगा। उसने गांव के पड़ोस में ही एक नहर से मिट्टी खोदकर खुद ही मां दुर्गा की प्रतिमा को बनाना प्रारंभ कर दिया।

बमुश्किल 12 से 13 दिनों में उसने मूर्ति को मूर्त रूप दे दिया और शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन मूर्ति स्थापना भी कर दी। इसपर सुमित की आस्था पर धन का अभाव भी काम नहीं कर सका और उसने जो ठाना वह कर कर दिखाया। सुमित के इस कार्य से गांव ही नहीं समूचे ब्लॉक में लोग उसे बधाई दे रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि सुमित के पिता विदेश में दिहाड़ी मजदूर हैं तो उसका एक भाई होटल मैनेजमेंट का कोर्स करके प्लेसमेंट नहीं मिलने के कारण घर पर ही रह रहा है। लेकिन यह सत्य है कि अगर आपके अंदर जज्बा है तो कोई भी काम मुश्किल नहीं हो सकता, जो सुमित ने करके सबको दिखा दिया है। वहीं, सुमित का कहना है कि मां की आराधना करने में उन्हें जो दैवीय सुख प्राप्त होता है, वो अकल्पनीय है। वह हर साल नवरात्रि आने का बेसब्री से इंतजार करता है।