गंभीर चुनौतियां

गंभीर चुनौतियां

दुनिया अगले दो दशकों में जलवायु परिवर्तन से जुड़े विभिन्न खतरों का सामना कर सकती है। जलवायु परिवर्तन से जो बदलाव आ रहे हैं उसे हर आम आदमी अपने आसपास महसूस कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र की अंतर-सरकारी समिति (आईपीसीसी) के कार्यशील समूह-2 ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि जलवायु परिवर्तन के गंभीर …

दुनिया अगले दो दशकों में जलवायु परिवर्तन से जुड़े विभिन्न खतरों का सामना कर सकती है। जलवायु परिवर्तन से जो बदलाव आ रहे हैं उसे हर आम आदमी अपने आसपास महसूस कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र की अंतर-सरकारी समिति (आईपीसीसी) के कार्यशील समूह-2 ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि जलवायु परिवर्तन के गंभीर खतरे की वजह से भारत में समुद्र का जल स्तर बढ़ऩे, भूजल की कमी, मौसम में गंभीर बदलाव और फसल उत्पादन में कमी से लेकर स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं।

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इस मुद्दे पर जहां अमेरिका जैसे देश कभी पीछे हट गए थे वहीं आज भारत संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर विश्व को राह दिखा रहा है। गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनिया गुटेरेस के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन लाइफ की शुरुआत की है। मिशन लाइफ दुनिया में तेजी से बदलते जलवायु परिवर्तन को रोकने का एक वैश्विक कैंपेन है। इस योजना के तहत भारत अपने नेतृत्व में दुनिया के सभी शीर्ष कार्बन उत्सर्जन करने वाले देशों के साथ मिलकर वैश्विक तापमान को कम करने और जलवायु परिवर्तनों से होने वाले नुकसान को कम से कम करने पर काम करेगा।

ज्ञात हो कि अगले महीने संयुक्त राष्ट्र संघ जलवायु के मुद्दे पर बैठक कर रहा है। मिशन लाइफ में जीवनशैली में बदलाव के लिए अनेक सुझाव दिए गए हैं, जो जलवायु के अनुकूल होंगे। इस मिशन का उद्देश्य आम लोगों को पर्यावरण की रक्षा के लिए तीन रणनीतियों की ओर मोड़ना है जिनमें पर्यावरण के अनुकूल आचरण, उद्योगों और बाजार को बदलती मांग के तहत बदलाव करना व सरकार एवं औद्योगिक नीतियों को प्रभावित करना शामिल है।

प्रधानमंत्री मोदी ने दुनियाभर के नेताओं से पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली अपनाकर उसकी सुरक्षा के लिए आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया है। मिशन लाइफ इस बात पर भरोसा करता है कि छोटे-छोटे प्रयासों का भी बड़ा असर हो सकता है। हम अपनी जीवन शैली में बदलाव करके पर्यावरण को बुरे खतरों से बचा सकते हैं। मिशन लाइफ में छोटी-छोटी चीजों को लेकर भी जागरुकता पैदा की जाएगी जैसे कि कैसे प्लास्टिक बैग की जगह कपड़े के थैलों का इस्तेमाल करना है।

सिग्नल पर गाड़ी का इंजन बंद करना है। उम्मीद है कि मिशन लाइफ हमें पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्रेरित करेगा। प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण की रक्षा के लिए व्यक्तिगत प्रयास करेगा। जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी दुनिया में समान एवं एकजुट होकर प्रयास किया जाना चाहिए।

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