फोन पर वंदे मातरम कहना मौलिक अधिकारों का हनन: राकांपा
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार का फरमान कि कर्मचारी जब कभी फोन कॉल का जवाब दें तो नमस्ते के बदले ‘वंदे मातरम’ कहें, यह मौलिक अधिकारों का हनन है। क्रास्टो ने एक बयान में कहा कि ‘वंदे मातरम’ भारतीयों के लिए गर्व और …
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार का फरमान कि कर्मचारी जब कभी फोन कॉल का जवाब दें तो नमस्ते के बदले ‘वंदे मातरम’ कहें, यह मौलिक अधिकारों का हनन है। क्रास्टो ने एक बयान में कहा कि ‘वंदे मातरम’ भारतीयों के लिए गर्व और देशभक्ति की भावना को दर्शाता है और उन्हें ऐसा कहने के लिए मजबूर करना सही नहीं है, विशेषरूप से तब जब महाराष्ट्र सरकार अपने कर्मचारियों को ‘वंदे मातरम’ कहने पर विवश कर रही है, भले ही वे अपने निजी टेलीफोन पर बात करें। क्रास्टो ने कहा कि यह लोगों के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकारों का हनन है और लोगों पर एक विशेष मानसिकता थोपना भी है। उन्होंने कहा कि लोगों को गर्व के साथ ‘वंदे मातरम’ बोलने दीजिए लेकिन उन्हें ऐसा करने पर मजबूर मत कीजिए।
ये भी पढ़ें- ‘IB रिपोर्ट में दावा, गुजरात में बन रही आप की सरकार, बीजेपी-कांग्रेस कर रहीं Secret Meeting’