रामपुर : रॉयल फैमिली संपत्ति का बंटवारा अंतिम पड़ाव पर, जल्द आ सकता है फैसला

रामपुर : रॉयल फैमिली संपत्ति का बंटवारा अंतिम पड़ाव पर, जल्द आ सकता है फैसला

रामपुर, अमृत विचार। रॉयल फैमिली संपत्ति का बंटवारे का फैसला अंतिम पड़ाव पर आ गया है। गुरुवार को इस मामले में फैसला आने की उम्मीद थी। लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। अब शुक्रवार को फैसला आने की उम्मीद है। नवाब संपत्ति के बंटवारे की लंबी कानूनी लड़ाई चली। सुप्रीम कोर्ट से लेकर स्थानीय अदालत तक …

रामपुर, अमृत विचार। रॉयल फैमिली संपत्ति का बंटवारे का फैसला अंतिम पड़ाव पर आ गया है। गुरुवार को इस मामले में फैसला आने की उम्मीद थी। लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। अब शुक्रवार को फैसला आने की उम्मीद है।
नवाब संपत्ति के बंटवारे की लंबी कानूनी लड़ाई चली। सुप्रीम कोर्ट से लेकर स्थानीय अदालत तक यह मामला 45 साल तक चला।

सुप्रीम कोर्ट ने 31 जुलाई 2019 के अपने आदेश में नवाब रजा अली खां को रामपुर रियासत का अंतिम शासक मानते हुए उनकी संपत्ति का बंटवारा शिया शरीयत के मुताबिक 31 दिसंबर 2021 तक करने के आदेश दिए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रामपुर के आखिरी नवाब की सपंत्ति का विभाजन उनके वारिसों में किया जाना है। रामपुर के आखिरी नवाब की संपत्ति 26 अरब से अधिक है।

यह संपत्ति अंतिम नवाब रजा अली खां के वारिसों में स्वर्गीय मुर्तजा अली खां की बेटी निखत बी, बेटे मुराद मियां और दूसरे पक्ष के स्वर्गीय मिक्की मियां की पत्नी पूर्व सांसद बेगम नूरबानों उनके बेटे नवेद मियां और बेटियों सहित कुछ 18 लोगों में बंटनी है। जबकि दो लोगों की मौत हो चुकी है। लिहाजा अब केवल 16 वारिसों में शिया शरीयत के मुताबिक संपत्ति का विभाजन किया जाना है।

संपत्ति को चल और अचल श्रेणी में रखा गया है, जोकि पार्टीशन का हिस्सा है। पूर्व सांसद बेगम नूरबानों का 2.250 प्रतिशत उनके बेटे नवेद मियां का 7.87 प्रतिशत है। बेगम नूरबानो की बेटी समन खां का 3.937 प्रतिशत है। तलत फात्मा हसन का 2.025 प्रतिशत, नदीम अली खां का 5.165 प्रतिशत, नाहिद लका बेगम 8.99 प्रतिशत है। मुराद मियां का 8.101और उनकी बहन निगत बी का 4.051 प्रतिशत है। इस मामले में गुरुवार को फैसला आने की उम्मीद थी लेकिन सुनवाई टल गई। अब शुक्रवार को इस प्रकरण में फैसला आ सकता है।

26 अरब से अधिक है नवाब की संपत्ति
रामपुर के आखिरी नवाब की संपत्ति 26 अरब से अधिक है और संपत्ति की पार्टीशन स्कीम 143 पेज में दर्ज हैं। पक्षकारों को कितना प्रतिशत हिस्सा मिला है। इसका पूरा ब्योरा 143 पेज में दर्ज है। जिसमें चल और अचल संपत्ति शामिल है।