रामपुर : पुरानी पेंशन बहाली को लेकर गरजे कर्मचारी, किया प्रदर्शन

रामपुर : पुरानी पेंशन बहाली को लेकर गरजे कर्मचारी, किया प्रदर्शन

रामपुर, अमृत विचार। संयुक्त संघर्ष संचालन समिति के बैनर तले पुरानी पेंशन बहाली के लिए कर्मचारी खूब गरजे। इसके बाद तमाम कर्मचारी नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री को सम्बोधित 16 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। ज्ञापन के जरिए कर्मचारियों ने कहा कि 18 साल से पेंशन बहाली की मांग को लेकर कवायद …

रामपुर, अमृत विचार। संयुक्त संघर्ष संचालन समिति के बैनर तले पुरानी पेंशन बहाली के लिए कर्मचारी खूब गरजे। इसके बाद तमाम कर्मचारी नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री को सम्बोधित 16 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। ज्ञापन के जरिए कर्मचारियों ने कहा कि 18 साल से पेंशन बहाली की मांग को लेकर कवायद चल रही है।

अंबेडकर पार्क में गुरुवार की सुबह से कर्मचारी एकत्र होने शुरू हुए। इसके बाद संयुक्त संघर्ष संचालन समिति के जिलाध्यक्ष भीम सिंह अनार्य ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग पिछले 18 वर्षों से लंबित है और सरकार इसे मानने के लिए तैयार नहीं है। जबकि, प्रदेश के करीब 17 लाख कर्मचारियों के भविष्य से जुड़ा मामला है। कहा कि प्रदेश के शिक्षकों कर्मचारियों की लंबित मांगों को पूरा किया जाए।

इसके बाद कर्मचारी अंबेडकर पार्क से बाहर निकल आए और हाइवे पर कुछ देर नारेबाजी करने के पश्चात राहे रजा से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री को संबोधित 16 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि पुरानी पेंशन बहाल की जाए। आशा, संगनियों, लिपिकों, संविदाकर्मियों, दैनिक वेतन कर्मचारी, होमगार्ड, पीआरडी जवान, रोजगार सेवक, मनरेगा कर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, एएनएम और नगर पालिका एवं नगर पंचायतों के सफाई कर्मचारियों का दर्जा दिया जाए।

वर्ष 2004 के बाद नियमित किए गए सिंचाई विभाग के नलकूप चालकों की पूर्व की सेवा को जोड़ते हुए नियमित नलकूप चालकों की भांति सभी सेवा लाभ दिए जाने की भी मांग की गई है। सरकार द्वारा खत्म किए गए भत्तों सीसीए, सचिवालय भत्ता, परिवार नियोजन संबंधी विशेष वेतन वृद्धि बहाल की जाए। छठे वेतन आयोग की समस्त वेतन विसंगतियों वेतनमान 17140 के स्थान पर 18150 लागू हो। वर्षों से लंबित सभी विभागों की कैशलैस चिकित्सा व्यवस्था को कर्मचारियों व शिक्षकों के हित में लागू किया जाए।

कोरोना काल में मृतक शिक्षक, कर्मचारियों अधिकारियों को ड्यूटी करते हुए निधन होने पर 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि के साथ ही विकल्प नहीं होने पर भी ग्रेच्युटी की राशि तथा नौकरी आदि का लाभ परिवार को दिया जाए। खंड शिक्षा अधिकारी की प्रोन्नति 22 वर्ष से नहीं हुई है। इनकी डीपीसी करके तत्काल प्रोन्नति की जाए। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग के मेटों को 16-11-2011 से ग्रेड पे 1900 दिया जा रहा है।

सिंचाई विभाग में मेटों के पद को भी ग्रेड पे 1900 ही दिया जाए। ज्ञापन पर जिलाध्यक्ष भीम अनार्य, जिला मंत्री रामबाबू शर्मा, संयोजक कैलाश बाबू पटेल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव तोमर, मिथलेश रस्तोगी, चरण सिंह, कांति गंगवार, अंकुर रस्तोगी, कृष्ण कुमार, राहुल राज, दिलशाद अली, प्रेम प्रकाश,सिमरन सिंह गिल, विक्रम भारती, मथुरा प्रसाद और गुलाम आमिर खां आदि के हस्ताक्षर हैं।