इंदिरा गांधी की 37वीं पुण्यतिथि पर भावुक हुए राहुल, कहा- ‘दादी ने कहा था कि उन्हें कुछ हो जाए तो रोना नहीं’

इंदिरा गांधी की 37वीं पुण्यतिथि पर भावुक हुए राहुल, कहा- ‘दादी ने कहा था कि उन्हें कुछ हो जाए तो रोना नहीं’

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या और उनके अंतिम संस्कार के क्षणों को याद करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि उनकी दादी ने अपनी मृत्यु से कुछ घंटे पहले उनसे कहा था कि अगर उन्हें कुछ हो जाता है तो रोना नहीं है। इंदिरा गांधी की 37वीं पुण्यतिथि पर यूट्यूब …

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या और उनके अंतिम संस्कार के क्षणों को याद करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि उनकी दादी ने अपनी मृत्यु से कुछ घंटे पहले उनसे कहा था कि अगर उन्हें कुछ हो जाता है तो रोना नहीं है। इंदिरा गांधी की 37वीं पुण्यतिथि पर यूट्यूब पर जारी एक वीडियो में राहुल ने अपनी दादी के अंतिम संस्कार के दिन को अपने जीवन का दूसरा सबसे मुश्किल दिन बताया है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके दो सुरक्षा कर्मियों ने 1984 में आज के दिन गोली मारकर हत्या कर दी थी।

राहुल ने याद करते हुए कहा, ”अपनी मृत्यु से पहले सुबह उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मुझे कुछ होता है तो रोना नहीं। मैं समझ नहीं पाया कि उनका क्या मतलब था और दो-तीन घंटे बाद उनकी मृत्यु हो गयी।” ‘विद लव, इन मेमोरी ऑफ माई बिलव्ड ग्रांडमदर, इंदिरा जी’ शीर्षक से यूट्यूब पर जारी वीडियो में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उन्हें एक तरह से आभास था कि उन्हें मार दिया जाएगा और मुझे लगता है कि घर में सभी को यह पता था। एक बार उन्होंने हमसे खाने की मेज पर कहा था कि सबसे बड़ा अभिशाप किसी बीमारी से मरना होता है।”

राहुल ने कहा कि उनके नजरिये से शायद यह देश के लिए मरने का सबसे अच्छा तरीका था। उन्होंने कहा, ”मेरी दो मां रहीं। एक सुपर मां जो मेरी दादी थीं जो मेरे पिता के नाराज होने पर मुझे बचाती थीं। दूसरी मेरी मां।” राहुल ने कहा कि उनके लिए यह मां के जाने जैसा था।

वीडियो में इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार के दृश्य भी हैं जिनमें दादी के निधन पर रोते हुए बालक राहुल को देखा जा सकता है। इससे पहले राहुल गांधी ने आज सुबह यहां इंदिरा गांधी के स्मारक ‘शक्ति स्थल’ पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने ट्वीट किया, ”मेरी दादी अंतिम घड़ी तक निडरता से देश सेवा में लगी रहीं- उनका जीवन हमारे लिए प्रेरणास्रोत है।