रायबरेली: राइस मिल बंद होने से धान खरीद को नहीं मिली रफ्तार

रायबरेली: राइस मिल बंद होने से धान खरीद को नहीं मिली रफ्तार

रायबरेली। राइस मिल हड़ताल के कारण बंद है। जिसका सीधा असर धान खरीद पर पड़ रहा है। खरीद की रफ्तार बेहद धीमी है। अब तक 130 एमटी धान की खरीद हो सकी है। वहीं केंद्र प्रभारियों को डर सता रहा है कि राइस मिल चालू नहीं हुईं तो धान उठान न होने से वह डंप …

रायबरेली। राइस मिल हड़ताल के कारण बंद है। जिसका सीधा असर धान खरीद पर पड़ रहा है। खरीद की रफ्तार बेहद धीमी है। अब तक 130 एमटी धान की खरीद हो सकी है। वहीं केंद्र प्रभारियों को डर सता रहा है कि राइस मिल चालू नहीं हुईं तो धान उठान न होने से वह डंप रहेगा, जिससे उसके खराब होने का भी खतरा है। जिले में एक नवंबर से धान खरीद शुरू हो गई है। इस बार 65 क्रय केंद्रों पर धान की खरीद होनी है।

वहीं सबसे बड़ी दिक्कत मिल बंद होने की है। 54 राइस मिल बंद हैं। मिल मालिकों का कहना है कि जब तक पुराना भुगतान नहीं किया जाता, राइस मिल नहीं खुलेगी। राइस मिल मालिकों की हड़ताल के असर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 12 दिन में अभी तक 130 मीट्रिक टन ही धान खरीदा गया है। धान खरीद से जुड़े अधिकारियों का भी मानना है कि राइस मिल मालिकों की हड़ताल का असर धान खरीद पर पड़ा है।

मांग पूरी न होने तक चलेगी हड़ताल

रायबरेली मिल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मंजीत सिंह का कहना है कि काफी समय से हम लोग मांगों को पूरा करने के लिए आवाज उठा रहे हैं, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है।मांगे न मानने तक हड़ताल चलती रहेगी। मिल मालिख विजय शंकर शुक्ला, शाहिद, सूर्य विक्रम सिंह, कौशल किशोर, बृजेश सिंह का कहना है कि धान सूखने तक का पैसा नहीं दिया जाता। पिछली बार भी इसको लेकर आवाज उठाई गई थी, लेकिन आश्वासन पर हड़ताल नहीं की थी। इस बार ऐसा नहीं होगा।

13 हजार किसानों ने कराया है पंजीकरण

धान खरीद को लेकर 13 हजार किसानों ने पंजीकरण कराया है। इस बार लक्ष्य 1 लाख 77 हजार एमटी है, लेकिन कम सख्या में किसानों के पंजीकरण कराने से बिचौलियों के हावी होने के पूरे संकेत हैं।

राइस मिल मालिकों की हड़ताल का असर धान खरीद पर पड़ रहा है। जबकि.15 नवंबर से धान खरीद में तेजी आती है। राइस मिल मालिकों से बातचीत के जरिए हल निकालने का प्रयास हो रहा है…रामानंद जायसवाल, जिला विपणन अधिकारी।

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