लोहिया संस्थान में गर्भवती महिलाओं के लिए प्रीनेटल जांच की सुविधा शुरू, इन्हें मिलेगा लाभ
लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के शहीद पथ पर स्थित राम प्रकाश गुप्ता मेमोरियल मदर एंड चाइल्ड स्टेट रेफरल हॉस्पिटल में प्रसव पूर्व परीक्षण की सुविधा शुरू की गई है। प्रसव पूर्व परीक्षण यानी कि प्रीनेटल टेस्टिंग के तहत गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड कोरियोनिक विलस सेंपलिंग और एमनियोसेटेसिस समेत अन्य जांचे शामिल हैं। …
लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के शहीद पथ पर स्थित राम प्रकाश गुप्ता मेमोरियल मदर एंड चाइल्ड स्टेट रेफरल हॉस्पिटल में प्रसव पूर्व परीक्षण की सुविधा शुरू की गई है। प्रसव पूर्व परीक्षण यानी कि प्रीनेटल टेस्टिंग के तहत गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड कोरियोनिक विलस सेंपलिंग और एमनियोसेटेसिस समेत अन्य जांचे शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि एमनियोसेटेसिस वह जांच है, जिसके तहत भ्रूण के चारों ओर मौजूद द्रव निकाला जाता है,जिससे गुणसूत्रों एवं आणविक जांच की जाती है। इस जांच में डाउन सिंड्रोम के अलावा अन्य गुणसूत्रों की खराबी और आणविक अनुवांशिक कारणों का भी पता लगाया जाता है।
भ्रूण ऑटोप्सी की सुविधा शुरू
प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग ने अनुवांशिक परामर्श और रुड़की ऑटोप्सी की सुविधा भी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि यदि गर्भवती महिला की उम्र 35 वर्ष से अधिक है अथवा गर्भावस्था में डबल मार्कर समेत अन्य जांचें पॉजिटिव आई है, तो विशेषज्ञ ऑटोप्सी जांच कराते हैं। जिससे गर्भस्थ शिशु में किसी प्रकार की विकृति या अनुवांशिक बीमारी का पता लगाया जा सके। इन जांचों के माध्यम से परिवार में शारीरिक और मानसिक विकलांग बच्चे के जन्म को रोका जा सकता है, इतना ही नहीं परिवार में आगे होने वाले बच्चों में इस प्रकार की बीमारी की पुनरावृत्ति दर का भी पता लगाया जा सकता है।
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ.स्मृति अग्रवाल ने बताया है कि डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं को प्रीनेटल जांच समेत अनुवांशिक परामर्श जैसी तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के राजधानी स्थित एसजीपीजीआई में अभी तक इस तरह की जांच होती थी, जहां मरीजों को जांच के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था।
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