प्रयागराज: नैनी जेल में बंद आनंद गिरी को हाई सिक्योरिटी बैरक से हटाकर किया गया सामान्य बैरक में शिफ्ट, जानें वजह

प्रयागराज: नैनी जेल में बंद आनंद गिरी को हाई सिक्योरिटी बैरक से हटाकर किया गया सामान्य बैरक में शिफ्ट, जानें वजह

प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी की संदिग्ध मौत के मामले में नैनी सेन्ट्रल जेल में बंद शिष्य महंत आनंद गिरी को हाई सिक्योरिटी बैरक से निकाल कर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अन्य बैरक में शिफ्ट किया गया है। नैनी सेन्ट्रल जेल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी एन पांडेय ने …

प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी की संदिग्ध मौत के मामले में नैनी सेन्ट्रल जेल में बंद शिष्य महंत आनंद गिरी को हाई सिक्योरिटी बैरक से निकाल कर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अन्य बैरक में शिफ्ट किया गया है। नैनी सेन्ट्रल जेल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी एन पांडेय ने मंगलवार को बताया कि जेल में कुल 43 हाई सिक्यूरिटी बैरक हैं। उन्ही में से एक में आनंद गिरी को सुरक्षा के मद्देनजर रखा गया था।

शनिवार शाम को जम्मू-कश्मीर से 44 आतंकियों को जेल में लाए जाने के बाद से हाई सिक्यूरिटी बैरक भर गयी जिसके कारण आनंद गिरी को अब अन्य सुरक्षित बैरक में शिफ्ट किया गया है। उन्होने बताया कि आनंद गिरी को जिस बैरक में रखा गया है उसी में उन्हे टहलने की अनुमति दी गयी है। वहीं वह योग और ध्यान भी करते हैं। आनंद गिरी की मांग पर जेल ने सुंदरकांड सहित कुल चार धार्मिक पुस्तकें मुहैया कराई हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जेल के अंदर की सुरक्षा व्यवस्था में भी बढ़ोत्तरी की गई है। हाई सिक्यूरिटी बैरक के बाहर जेल के सशस्त्र जवान तैनात किए गये हैं। जम्मू-कश्मीर से लाए गये कैदियों में बहुत से आतंकवादियों को पनाह देने वाले शामिल हैं। नैनी सेन्ट्रल जेल में अलग-अलग प्रांतो से खूंखार आतंकवादी और कैदी है। जेल में कुल 4400 कैदी है जबकि क्षमता 2060 की है।

गौरतलब है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की पिछले 20 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी और उनका शव प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ के कमरे से फांसी के फंदे से लटकता मिला था। शव के पास मिले सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि समेत बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उसके पुत्र संदीप तिवारी का जिक्र था।

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