क्यों बढ़े बांगलादेश में पट्रोल-डीजल के दाम
रूस-यूक्रेन युद्ध और कोविड-19 महामारी ने तेलों के दामों को बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाया है। इनकी वजह से तेलों के दाम में बड़ी बढ़ोतरी हुई है और बांग्लादेश में पेट्रोल के दाम में 51 फीसद तो डीजल में 42 फीसद का इजाफा हुआ है। रूस-यूक्रेन के चलते मांग और सप्लाई का समीकरण खराब हुआ और कोविड महामारी के कारण ओपेक देशों ने तेलों की सप्लाई कम कर दी। इससे पूरी दुनिया में सप्लाई पर असर देखा जा रहा है। इससे दाम में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बांग्लादेश की इस महंगाई के बाद लोग सड़कों पर उतर गए हैं और लोग अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन देखा जा रहा है।
बांग्लादेश के वित्त मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 4.5 अरब डॉलर का कर्ज मांगा है। यही नहीं, आर्थिक तंगी से जूझ रहे बांग्लादेश में दूसरे देशों से आयात किए जा रहे तेल की सप्लाई बाधित हुई है। नतीजा, यहां डीजल से चलने वाले पावरप्लांट पर ताला लटक गया है। देश के केंद्रीय बैंक के खजाने में इस हद तक गिरावट आई है कि कई तरह के सामानों के आयात पर पाबंदी लगा दी गई है।