बाबरी विध्वंस की बरसी पर मथुरा में किसी कार्यक्रम की इजाजत नहीं

बाबरी विध्वंस की बरसी पर मथुरा में किसी कार्यक्रम की इजाजत नहीं

मथुरा। अयोध्या में बाबरी विध्वंस की बरसी पर छह दिसम्बर को विभिन्न आयोजनों की घोषणा पर मथुरा जिला प्रशासन ने गंभीर रूख अपनाया है। यहां आयोजन करने वाले संगठनों के आवेदन को निरस्त कर दिया है. साथ ही कानून को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने की चेतावनी दी है। जिलाधिकारी …

मथुरा। अयोध्या में बाबरी विध्वंस की बरसी पर छह दिसम्बर को विभिन्न आयोजनों की घोषणा पर मथुरा जिला प्रशासन ने गंभीर रूख अपनाया है। यहां आयोजन करने वाले संगठनों के आवेदन को निरस्त कर दिया है. साथ ही कानून को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने की चेतावनी दी है। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने मंगलवार को कहा कि छह दिसंबर को जलाभिषेक करने वाले संगठन के प्रार्थनापत्र को निरस्त कर दिया गया है।

जबकि श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति दल की ओर से रामलीला मैदान में आयोजित होने वाली संकल्प यात्रा और सभा के कार्यक्रम की भी अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि आवेदक के इस कृत्य से सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय व कोविड-19 महामारी के संबंध में जारी निर्देशों का उल्लंघन होता है। इससे प्रदेश व देश में दंगा फसाद और जन धन हानि होने की संभावना है।

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उधर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वालों को चेतावनी दी है कि ऐसा कृत्य करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की साइबर सेल इसकी निगरानी कर रही है। उन्होंने जनता से शहर की फिजां बिगाड़ने वाले किसी कार्यक्रम में भाग न लेने की अपील की है। साथ ही पुलिस ने दोनों ही धर्मस्थलों के बाहरी क्षेत्र में फ्लैग मार्च कर अपने मंसूबे स्पष्ट कर दिए हैं। साथ ही दोनों धर्मस्थलों के लिए किले जैसी सुरक्षा कर दी है।

इसके अलावा ब्रज के महान संत व चतुःसम्प्रदाय के अध्यक्ष फूलडोल महराज ने कहा कि नारायणी सेना के लोग मुलायम सिंह के आदमी हैं। जो लोग छह दिसम्बर को मथुरा में कार्यक्रम करना चाहते हैं। वास्तव में यह सपा का खेल है जो योगी सरकार को बदनाम करना चाहती है। उन्होंने कहा कि वृन्दावन का कोई भी संत इसमें शामिल नहीं होगा। उन्होंने संतों के विभिन्न संगठनों की ओर से जिला प्रशासन से कहा है कि वह ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिला प्रशासन को समाज में अशांति फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

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