26 सितंबर से शुरू होंगे नवरात्र, जानिए कन्या लग्न में कब करें कलश स्थापना, क्या है शुभ मुहूर्त

नई दिल्ली। इस बार शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से शुरू होंगे जो कि पांच अक्टूबर तक भक्तिभाव से मनाए जाएंगे। नवरात्र में मां के नौ रूपों के पूजन के साथ दुर्गा पूजा समितियों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार नवरात्र बेहद ही खास हैं। सोमवार से शुरू हो रहे पर्व में कैलाश …

नई दिल्ली। इस बार शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से शुरू होंगे जो कि पांच अक्टूबर तक भक्तिभाव से मनाए जाएंगे। नवरात्र में मां के नौ रूपों के पूजन के साथ दुर्गा पूजा समितियों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार नवरात्र बेहद ही खास हैं। सोमवार से शुरू हो रहे पर्व में कैलाश पर्वत से मां नवदुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी और भक्तों के कष्टों का निवारण करेंगी। नवरात्र में सभी शुभ कार्य किए जाते हैं। मान्यता है कि मां दुर्गा नवरात्र के नौ दिनों के दौरान कैलाश पर्वत से पृथ्वी आती हैं। ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, इस बार नवरात्र की शुरुआत सोमवार से हो रही है। मान्यता है कि जब भी नवरात्र की शुरुआत रविवार या सोमवार से होती है, तब मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं।

मान्यता के अनुसार ये बेहद शुभ माना जाता है। हाथी पर सवार होकर मां दुर्गा अपने साथ ढेर सारी खुशियां और सुख-समृद्धि लेकर आती हैं। मां का वाहन हाथी ज्ञान व समृद्धि का प्रतीक है। इससे देश में आर्थिक समृद्धि आएगी। साथ ही ज्ञान की वृद्धि होगी।

कलश स्थापना मुहूर्त
ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि शक्ति की उपासना अश्विन मास प्रतिपदा से नवमी तक की जाती है। इस वर्ष प्रतिपदा 26 सितंबर की सुबह 03:24 से हो रही है और 27 सितंबर सुबह 03:08 तक रहेगी। 26 सितंबर को अश्वनी शुक्ल घट स्थापना शुभ मुहूर्त में की जानी चाहिए।

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
26 सितंबर को कन्या लग्न में सुबह 05 बजकर 56 मिनट से 07 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।

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